नतीजों से पहले राष्ट्रपति से मिलेगा विपक्ष, खंडित जनादेश की स्थिति में सरकार बनाने का दावा
क्या है खबर?
लोकसभा चुनावों के एग्जिट पोल के अनुमान सामने आ चुके हैं। इन पोल का सीधा इशारा है कि देश में एक बार फिर मोदी सरकार बनने जा रही है।
हालांकि, अंतिम नतीजे 23 मई को सामने आएंगे। अंतिम नतीजों से पहले विपक्ष एक बार फिर इकट्ठा होकर सरकार बनाने की दावेदारी पेश करने की योजना बना रहा है।
विपक्ष को उम्मीद है किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलेगा। ऐसे में विपक्षी दल मिलकर सरकार बना सकते हैं।
कोशिश
चंद्रबाबू नायडू कर रहे अगुवाई
इस योजना के साथ विपक्षी दल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर उन्हें विपक्षी गठबंधन की एक सूची सौंपेगे, जो किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में सरकार बनाने के लिए एकजुट हो सकते हैं।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू इस मुहिम का अगुवाई कर रहे हैं। इसका उद्देश्य है कि अगर कोई एक पार्टी सरकार बनाने में असफल रहती है तो राष्ट्रपति की तरफ से विपक्षी गठबंधन को सरकार बनाने के लिए बुलाया जाना चाहिए।
चुनावी रणनीति
नतीजों से पहले दावा मजबूत करने की कोशिश
नायडू का मानना है कि अगर विपक्षी दलों की तरफ से ऐसी कोई कोशिश नहीं की जाती है तो इससे भाजपा के नेतृत्व वाले NDA को फायदा मिल सकता है।
एक विपक्षी नेता ने बताया कि नायडू को अनुमान है कि भाजपा को 200 से कम सीटें मिलेंगी। अगर ऐसा होता है तो विपक्ष के पास भी अच्छी मात्रा में सीटें होंगी।
ऐसे में अगर राष्ट्रपति के पास होगा विपक्ष का पत्र होगा तो उनका दावा ज्यादा मजबूत होगा।
नियम
क्या कहते हैं नियम
सरकारिया कमीशन की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर पार्टियों के समूह में से कोई नेता चुनना हो तो प्राथमिकता के आधार पर उन पार्टियों के गठबंधन को चुना जाएगा, जो चुनाव से पहले हुआ हो।
पुंछी आयोग के मुताबिक भी चुनाव से पहले हुए गठबंधन को एक पार्टी के तौर पर माना जाएगा और बहुमत मिलने की स्थिति में ऐसे गठबंधन के नेता को सरकार गठन के लिए बुलाया जाएगा।
मुलाकात
विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं नायडू
चंद्रबाबू नायडू पिछले कई दिनों से विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने के लिए कई बड़े नेताओं से मिल रहे हैं।
इस क्रम में वो उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, UPA चेयरपर्सन सोनिया गांधी, वाम नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार से भी इस बारे में बातचीत की है।
एग्जिट पोल
एग्जिट पोल का अनुमान- इस बार, फिर मोदी सरकार
रविवार शाम को समाप्त हुए सातवें चरण के मतदान के साथ ही 17वीं लोकसभा के लिए चुनाव समाप्त हो गए।
इसके बाद आए एग्जिट पोल बता रहे हैं कि इस बार फिर भाजपा का नेतृत्व वाला NDA आसानी से अपनी सरकार बना लेगा। वहीं कांग्रेस को फिर बड़ा झटका लग सकता है।
अधिकतर एग्जिट पोल के अनुमान NDA को 300 के आसपास सीटें दे रहे हैं। सरकार बनाने के लिए 272 का जादुई आंकड़ा पार करना जरूरी है।