'ऑपरेशन गंगा' के तहत अब तक 30 उड़ानों से हुई 6,400 भारतीयों की वापसी- विदेश मंत्रालय
रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद भारत सरकार की ओर से वहां फंसे अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए किए जा रहे प्रयासों की अब सार्थकता नजर आने लगी है। सरकार की ओर से भारतीयों की वापसी के लिए चलाए जा रहे 'ऑपरेशन गंगा' अभियान के तहत अब तक 30 उड़ानों से 6,400 नागरिकों को वापस भारत लाया जा चुका है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को यह जानकारी दी है।
यूक्रेन से निकाले जा चुके हैं 18,000 भारतीय- बागची
बागची ने कहा, "यूक्रेन में फंसे नागरिकों की निकासी के लिए विदेश मंत्रालय की ओर से जारी की गई पहली एडवाइजरी से लेकर अब तक 30 उड़ानों के जरिए 6,400 भारतीय नागरिकों को वापस लाया जा चुका है।" उन्होंने आगे कहा, "यूक्रेन में बिगड़ते हालातों को देखते हुए अब तक करीब 18,000 भारतीयों को वहां से निकालकर सीमावर्ती देशों में पहुंचाया जा चुका है। उनकी वापसी के लिए अगले 24 घंटों में 18 और उड़ानें संचालित की जाएगी।"
"यूक्रेन के पड़ोसी देशों में मौजूद भारतीयों की वापसी के जारी हैं प्रयास"
बागची ने कहा, "यूक्रेन से निकलकर पड़ोसी देशों में पहुंचे सभी भारतीयों की सुरिक्षत वापसी के प्रयास जारी हैं। हम और उड़ानें शेड्यूल कर रहे हैं और अगले दो-तीन दिन में बड़ी संख्या में भारतीय अपने घर वापस आ जाएंगे।" उन्होंने कहा, "वापस आने वालों के लिए भोजन और आवास उपलब्ध कराया जा रहा है। मैं यूक्रेन और पड़ोसी देशों की हमारे लोगों की मेजबानी करने और उन्हें निकालने में सहायता देने के लिए सराहना करना चाहता हूं।"
यूक्रेन और रूसी अधिकारियों के संपर्क में है सरकार- बागची
बागची ने कहा कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए सरकार यूक्रेन और रूसी अधिकारियों के संपर्क में है। विदेश मंत्रालय की एडवाइजरी के बाद से बुधवार को बड़ी संख्या में नागरिकों ने खारकीव को छोड़ दिया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में स्थिति की समीक्षा करने और रूसी सेनाओं के हमले के बीच अपने नागरिकों को निकालने के लिए देर रात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी वार्ता की थी।
"अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं सैकड़ों भारतीय छात्र"
बागची ने कहा, "यूक्रेन से निकासी के लिए शुरुआत में 20,000 भारतीय नागरिकों ने पंजयीन कराया था, लेकिन उसके बाद भी कई नागरिक पंजीयन कराने से चूक गए थे। हमारा अनुमान है कि अभी भी सैकड़ों नागरिक खारकीव में फंसे हुए हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हमारी प्राथमिकता है कि वहां फंसे सभी छात्रों को परिवहन के किसी भी तरीके से सुरक्षित रूप से बाहर निकाला जाए और सरकार इसके लिए प्रयास कर रही है।"
यूक्रेन में हो चुकी है दो भारतीय छात्रों की मौत
यूक्रेन में अब तक दो भारतीय छात्रों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को खारकीव में गोलाबारी में कर्नाटक निवासी नवीन की मौत हो गई थी। इसी तरह बुधवार को पंजाब के बरनाला निवासी 22 वर्षीय चंदन जिंदल की ब्रेन हेमरेज से मौत हुई थी।
यूक्रेन के एयरस्पेस बंद करने के बाद शुरू हुआ था 'ऑपरेशन गंगा'
बता दें कि 22 फरवरी को एयर इंडिया की पहली उड़ान से 240 भारतीयों की वापसी हुई थी, लेकिन 24 फरवरी को रूस के हमले के बाद यूक्रेन ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। इसके बाद सरकार ने भारतीयों को सड़क मार्ग के जरिए पोलैंड, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाकिया पहुंचाकर वहां से भारत लाने की योजना तैयार की थी। इसके बाद सरकार ने ऑपरेशन गंगा अभियान शुरू करते हुए भारतीयों को वापस लाना शुरू किया था।
भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए तैनात की गई थी टीमें
यूक्रेन से भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने के लिए सरकार ने चारों पड़ोसी देशों में स्थिति अपने दूतावास से टीमों को यूक्रेन सीमा पर भेजा था। इसके अलाचा चार केंद्रीय मंत्रियों को विशेष दूत के रूस में वहां भेजा था। ये सभी अधिकारी और मंत्री संबंधित देशों की सरकार से समन्वय कर भारतीयों की वापसी सुनिश्चित कर रहे हैं। अभियान में एयर इंडिया के साथ स्पाइसजेट, इंडिगो और भारतीय वायुसेना के C-16 विमानों की मदद ली जा रही है।