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विदेशी निवेशकों ने अगस्त में अब तक निकाले करीब 21,000 करोड़ रुपये 
विदेशी निवेशकों ने अगस्त के पहले पखवाड़े में बिकवाली पर ज्यादा जोर दिया है (तस्वीर: अनस्प्लैश)

विदेशी निवेशकों ने अगस्त में अब तक निकाले करीब 21,000 करोड़ रुपये 

Aug 17, 2025
05:31 pm

क्या है खबर?

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने अगस्त के पहले पखवाड़े में लगभग 21,000 करोड़ रुपये मूल्य के भारतीय शेयर बेचे हैं। बिकवाली में आई यह तेजी अमेरिका-भारत व्यापार तनाव, पहली तिमाही की सुस्त कॉर्पोरेट आय और भारतीय रुपये का कमजोर प्रदर्शन के कारण रही है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, 2025 के लिए FPI की शेयरों से कुल निकासी 1.16 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। FPI की गतिविधियां आगे टैरिफ को लेकर होने वाली कार्रवाई से प्रभावित होंगी।

आंकड़े 

पिछले महीनों में कैसे रहे आंकड़े?

डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि FPI ने 14 अगस्त तक शेयरों से 20,975 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की है। जुलाई में 17,741 करोड़ की शुद्ध निकासी के बाद यह आंकड़ा बढ़ा है। इससे पहले, विदेशी निवेशकों ने मार्च से जून तक 3 महीनों में 38,673 करोड़ रुपये का निवेश किया था। मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, "लगातार निकासी मुख्य रूप से वैश्विक अनिश्चितताओं के मिश्रण से प्रेरित है।"

कारण 

इस कारण बिकवाली में आई तेजी 

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के वीके विजयकुमार ने कहा कि धीमी आय वृद्धि और उच्च मूल्यांकन ने भी बिकवाली की प्रवृत्ति में योगदान दिया है। IT शेयरों में लगातार बिकवाली ने IT सूचकांक को नीचे खींच लिया है, लेकिन उचित मूल्यांकन और संस्थागत खरीदारी के कारण बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र लचीले बने हुए हैं। इसके बावजूद, FPI ने समीक्षाधीन अवधि के दौरान डेट जनरल लिमिट में 4,469 करोड़ और डेट स्वैच्छिक प्रतिधारण मार्ग में 232 करोड़ रुपये का निवेश किया है।