भारत में निवेश करने का सबसे अच्छा समय, 25 सालों के लिए बना रहे नीतियां- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विश्व आर्थिक मंच (WEF) को संबोधित करते हुए कहा कि ये भारत में निवेश करने का सबसे अच्छा समय है और देश को निवेशकों का सबसे बड़ा आकर्षण बनाने के लिए उनकी सरकार तमाम कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि अगले 25 साल को ध्यान में रखते हुए नीतियां तैयार कर रही है और कोरोना वायरस महामारी के दौर में भी सुधारवादी कदम उठाए गए हैं।
भारत उम्मीदों का गुलदस्ता- प्रधानमंत्री मोदी
पांच दिन के ऑनलाइन WEF सम्मेलन के पहले दिन वैश्विक नेताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत दुनिया को 'उम्मीदों का गुलदस्ता' प्रदान करता है। इसमें लोकतंत्र पर हमारा भरोसा शामिल ह। इसमें हमारी तकनीक, हमारा स्वभाव और प्रतिभा शामिल है... 2014 में भारत में कुछ सौ स्टार्टअप थे। अब ये संख्या 60,000 को पार कर गई है। हमारे पास अब 80 से अधिक यूनिकॉर्न हैं जिनमें से 40 ने यह दर्जा पिछले साल ही हासिल किया है।"
"आपके विचारों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने को तैयार भारतीय युवा"
देश की युवा शक्ति पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय युवाओं में उद्यमशीलता की भावना और इनोवेट करने और नई तकनीक को अपनाने की उत्सुकता है। उन्होंने कहा, "भारतीय युवा आपके व्यवसायों और विचारों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार हैं।" प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में तकनीक और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में भारत के इनोवेशन, UPI जैसी तकनीकों का तेजी से अपनाए जाने और आरोग्य सेतु और कोविन जैसे तकनीकी समाधानों का भी जिक्र किया।
टैक्स व्यवस्था में सुधार कर कारोबारी समुदाय का भरोसा वापस पाया- प्रधानमंत्री
निवेश को आकर्षित करने के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' को मजबूत करने के लिए टैक्स सुधार किए गए हैं और पिछली तिथि से टैक्स भुगतान की रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स व्यवस्था को खत्म कर कारोबारी समुदायक का भरोसा वापस पाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने महमारी के दौरान भी सुधार किए और वैश्विक अर्थशास्त्रियों ने भारत के फैसलों की सराहना की है।
प्रधानमंत्री बोले- उच्च विकास हमारा लक्ष्य, जलवायु परिवर्तन को लेकर प्रतिबद्ध
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत 25 सालों को ध्यान में रखते हुए नीतियां बना रहा है और भारत ने इस अंतराल में उच्च विकास का लक्ष्य रखा है। जलवायु परिवर्तन के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि भारत का ये विकास ग्रीन, क्लीन, टिकाऊ और विश्वसनीय होगा। उन्होंने कहा कि भारत भले ही कार्बन उत्सर्जन में सिर्फ पांच प्रतिशत की जिम्मेदारी रखता हो, लेकिन जलवायु परिवर्तन के खिलाफ उसकी 100 प्रतिबद्धता है।
क्या है विश्व आर्थिक मंच?
विश्व आर्थिक मंच एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो विभिन्न देशों और संस्थाओं को साथ लाकर वैश्विक अर्थव्यवस्था का रूप तय करने का काम करती है। मंच की हर साल एक बैठक होती है जिसमें महत्वपूर्ण आर्थिक मुद्दों और चुनौतियों पर चर्चा की जाती है।