NIA ने अमेरिका में भारतीय दूतावास पर हमला करने वाले 10 संदिग्धों की फोटो जारी की
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के 10 संदिग्ध आरोपियों की फोटो जारी की है। NIA ने नंबर जारी कर लोगों से इन संदिग्धों के बारे में जानकारी देने की अपील की है। बता दें कि ये हमला इसी साल मार्च में सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय दूतावास पर हुआ था, जिसमें कई खालिस्तान समर्थक लोगों के नाम सामने आए थे।
NIA ने क्या कहा?
NIA ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, 'सैन फ्रांसिस्को में वाणिज्य दूतावास पर 19 मार्च को हमला हुआ था। तब खालिस्तान के समर्थक दूतावास में जबरन घुसे थे और आग लगाने की कोशिश की। उन्होंने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए, बैरीकेड तोड़ते हुए दूतावास पर 2 खालिस्तानी झंडे लगा दिए, इमारत को नुकसान पहुंचाया और अधिकारियों पर हमला किया था। 1-2 जुलाई को भी कुछ आरोपियों ने दूतावास परिसर में घुसकर आग लगाने की कोशिश की थी।'
NIA ने की लोगों से ये अपील
NIA ने अलग-अलग ट्वीट में 10 संदिग्धों की फोटो जारी की है। 2 ट्वीट में 2-2 और एक ट्वीट में 6 संदिग्धों के फोटो हैं। लोगों से इन संदिग्धों के नाम, फोन नंबर, पता, पासपोर्ट और राष्ट्रीयता की जानकारी देने की अपील की है। एजेंसी ने एक मोबाइल नंबर (77430-02947) और ईमेल (info-chd.nia@gov.in) भी जारी किया है, जिस पर संदिग्धों से जुड़ी जानकारी भेजी जा सकती है। NIA ने कहा है कि जानकारी देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
18-19 मार्च की रात को हुआ था हमला
इसी साल 18-19 मार्च की रात को खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारी ने अमृतपाल सिंह के समर्थन में नारेबाजी भी की थी। घटना के एक वीडियो में सामने आया था कि प्रदर्शनकारियों ने दूतावास की इमारत पर खालिस्तानी झंडे लगा दिए थे। जब एक कर्मचारी ने इन्हें हटाया तो प्रदर्शनकारियों ने लाठी, डंडे और तलवार से इमारत के शीशों को तोड़ना शुरु कर दिया था।
जुलाई में दूतावास में लगाई थी आग
इसी साल 1-2 जुलाई की रात खालिस्तान समर्थकों ने सैन फ्रांसिस्कों के भारतीय दूतावास में आग लगा दी थी। इस घटना के दौरान कर्मचारी दूतावास में ही मौजूद थे। हालांकि, घटना में कोई घायल नहीं हुआ था और आग पर काबू पा लिया गया था। इसके 10 दिन बाद ही इन दोनों घटनाओं की जांच NIA को सौंपी गई थी। अगस्त महीने में NIA की टीम ने सैन फ्रांसिस्को का दौरा भी किया था।
न्यूजबाइट्स प्लस
खालिस्तानी समर्थक लोग लंदन, कनाडा और अमेरिका में भारत विरोधी प्रदर्शन करते रहते हैं। कनाडा में पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या की झांकी निकाली गई, मंदिरों पर हमले किए गए और खालिस्तान के समर्थन में जनमत संग्रह करवाए गए। मार्च में खालिस्तान समर्थकों ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के सामने प्रदर्शन और तोड़फोड़ की थी। प्रदर्शनकारियों ने उच्चायोग पर लगे तिरंगे को उतारने की भी कोशिश की थी।