अब NIA करेगी लंदन में भारतीय दूतावास के बाहर हुए खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनों की जांच- रिपोर्ट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) लंदन में पिछले महीने भारतीय उच्चायोग में खालिस्थानी समर्थकों के प्रदर्शन और तोड़फोड़ की घटना की जांच करेगी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने NIA को इस मामले की जांच करने की अनुमति दे दी है। इससे पहले ये जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंपी गई थी। NIA ने स्पेशल सेल से उन्हें मामले में दर्ज FIR की एक आधिकारिक प्रति उपलब्ध कराने को भी कहा है।
भारत-ब्रिटेन गृह मामलों के संवाद कार्यक्रम में उठा मुद्दा
लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले को लेकर भारत सरकार ने ब्रिटेन की सरकार से बात की है। इस दौरान दोनों देशों के मंत्रालयों के बीच लंदन में खालिस्तानी गतिविधियों और विरोध-प्रदर्शनों को लेकर चर्चा हुई। ये बातचीत नई दिल्ली में आयोजित 5वें भारत-ब्रिटेन गृह मामलों के संवाद कार्यक्रम के दौरान हुई। इस कार्यक्रम में भारत का प्रतिनिधित्व केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने किया, जबकि ब्रिटेन की ओर से स्थायी सचिव सर मैथ्यू रीक्रॉफ्ट उपस्थित रहे।
ब्रिटेन सरकार खालिस्तान गतिविधियों में शामिल लोगों पर करे कार्रवाई- भारत
भारत ने ब्रिटेन में खालिस्तानी गतिविधियों को बढ़ावा देने और भारतीय उच्चायोग के सामने हुए प्रदर्शनों को लेकर चिंता जाहिर की है। भारत सरकार ने साफ शब्दों में कहा कि ब्रिटेन सरकार को दोनों देशों के संबंध बेहतर बनाए रखने के लिए इस प्रकार के प्रदर्शनों में शामिल लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए । भारत ने ब्रिटेन सरकार से अपने देश में खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों की निगरानी बढ़ाने और उचित कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया है।
दोनों देशों के बीच इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा
भारत सरकार ने ब्रिटेन में आतंकवाद, साइबर सुरक्षा, ग्लोबल सप्लाई चेन, ड्रग ट्रैफिकिंग, प्रत्यर्पण और भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वालों पर कार्रवाई करने की बात कही है। इस मौके पर भारत ने विशेष रूप से खालिस्तानी समर्थकों को ब्रिटेन में शरण देने का मुद्दा भी मजबूती से उठाया। इस दौरान ब्रिटेन ने भी दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाने के लिए हर संभव कार्रवाई का भरोसा दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से की बात
बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ब्रिटिश समकक्ष ऋषि सुनक के साथ टेलीफोन पर बातचीत की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आह्वान किया। बातचीत में ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक ने मोदी को बताया कि भारतीय उच्चायोग पर हमले की घटना अस्वीकार्य है। उन्होंने ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग में राजनायिकों की सुरक्षा बढ़ाने का आश्वासन भी दिया है।
क्या है लंदन में भारतीय उच्चायोग पर प्रदर्शन का मामला?
अमृतपाल सिंह और उसके संगठन के खिलाफ भारत में जारी कार्रवाई के विरोध में खालिस्तान समर्थकों ने 19 मार्च को लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया था। इस दौरान उच्चायोग की इमारत पर लगे तिरंगे को उतारने की कोशिश भी की गई थी। इसके बाद भारतीय समुदाय के लोग खालिस्तानी समर्थकों का विरोध करने और तिरंगे के समर्थन में उच्चायोग के बाहर जमा हुए थे। उन्होंने 'जय हो' गीत पर नाच-गाना भी किया था।