अमेरिका: सैन फ्रांसिस्को में खालिस्तानियों ने भारतीय दूतावास को आग लगाई, 5 महीने में दूसरा हमला
अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय दूतावास में खालिस्तान समर्थकों ने आग लगा दी। रविवार सुबह 1:30 से 2:30 बजे के बीच भारतीय दूतावास में खालिस्तान समर्थकों ने इस वारदात को अंजाम दिया। भारतीय दूतावास पर पिछले 5 महीने में यह दूसरा हमला है। इससे पहले प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने 8 जुलाई को विदेशों में भारतीय दूतावासों के सामने प्रदर्शन किया था। अमेरिकी सरकार ने इस हमले की निंदा की है।
अमेरिका ने घटना पर क्या कहा?
एक स्थानीय टीवी चैनल ने भारतीय दूतावास में आगजनी का वीडियो साझा किया है। हमले में अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है। सैन फ्रांसिस्को के अग्निशमन विभाग द्वारा आग पर तुरंत काबू पा लिया गया। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, "अमेरिका भारतीय दूतावास में कथित बर्बरता और आगजनी के प्रयास की कड़ी निंदा करता है। अमेरिका में विदेशी राजनयिकों के खिलाफ हिंसा एक गंभीर अपराध है।"
भारतीय दूतावास में आगजनी का वीडियो
भारतीय दूतावास पर हमला क्यों?
सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास पर हुए हमले को खालिस्तान समर्थकों द्वारा पिछले महीने कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का बदला बताया जा रहा है। 19 जून को निज्जर की वैंकूवर में एक गुरुद्वारे के बाहर पार्किंग में 2 अज्ञात बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद SFJ ने सोशल मीडिया पर धमकी भरे पोस्टर जारी कर भारत सरकार को हत्या का दोषी ठहराते हुए दूतावासों पर प्रदर्शन का ऐलान किया था।
SFJ ने कनाडा में भारतीय राजनयिकों को दी धमकी
SFJ ने 8 जुलाई को कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड समेत 8 देशों में भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन को लेकर पोस्टर जारी किये हैं, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। SFJ ने पोस्टर में खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर को 'शहीद' बताते हुए भारतीय राजनयिकों को हत्या के लिए दोषी ठहराते हुए धमकी दी है। इन पोस्टर में कनाडा में कार्यरत भारतीय उच्चायुक्त सौरव कुमार शर्मा और काउंसलर अपूर्वा श्रीवास्तव की तस्वीर लगी है।
मार्च में भी भारतीय दूतावास पर हुआ था हमला
इसी साल 19 मार्च को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में स्थित भारतीय दूतावास पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया था। तब भारत में खालिस्तान समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' संगठन प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। इसके विरोध में खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय दूतावास के सामने नारेबाजी करते हुए इसके परिसर में तोड़फोड़ की थी। प्रदर्शनकारियों ने दूतावास परिसर में खालिस्तान का ध्वज भी फहराया था।