महाराष्ट्र: अभी नहीं लगेगा लॉकडाउन, फरवरी मध्य तक लहर के चरम पर पहुंचने का अनुमान
कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार का सामना कर रहे महाराष्ट्र में अभी लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि अगर ऑक्सीजन की मांग रोजाना 800 मीट्रिक टन से ज्यादा होती है या अस्पतालों में 40 प्रतिशत से अधिक बिस्तर कोरोना संक्रमितों से भर जाएंगे, तभी लॉकडाउन या दूसरी कड़ी पाबंदियों पर विचार किया जाएगा। इसी बीच सरकार ने लोगों से भीड़ से बचने और ऐहतियातों का पालन करने की अपील की है।
मध्य फरवरी तक पीक आने का अनुमान
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से संक्रमण ने गति पकड़ी है और दैनिक मामलों की संख्या 26,000 से पार हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने अनुमान लगाया है कि मौजूदा लहर अगले महीने के मध्य तक अपने चरम पर पहुंचकर मार्च के मध्य तक खत्म हो जाएगी। राज्य सरकार का अनुमान है कि इसी महीने के तीसरे हफ्ते तक सक्रिय मामलों की संख्या दो लाख तक पहुंच सकती है। फिलहाल महाराष्ट्र में 87,505 सक्रिय मामले हैं।
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नए दिशानिर्देश जारी
राज्य सरकार ने मुंबई में आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। नेगेटिव रिपोर्ट आने वाले यात्रियों को सात दिन तक घर में क्वारंटीन रहना होगा, वहीं संक्रमित पाए जाने पर उन्हें संस्थागत क्वारंटीन किया जाएगा। इसके अलावा सरकार ने स्कूल और कॉलेजों को बंद करने समेत कई पाबंदियां लागू की हैं। शादी समारोह को छोड़कर बाकी किसी भी जगह 50 से अधिक लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं है।
"नए मामलों की सुनामी के लिए मुंबई तैयार"
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा, "शहर नए मामलों की सुनामी के लिए तैयार है। हम विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं। हमारे पास जंबो क्वारंटीन सेंटर हैं। हम संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए हरसंभव कोशिश करेंगे।"
महाराष्ट्र में संक्रमण की क्या स्थिति?
महामारी से देश के सर्वाधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में बीते दिन कोरोना के 26,538 नए मामले सामने आए और आठ मौतें हुईं। मंगलवार की तुलना में कल नए मामलों में 44 प्रतिशत का उछाल देखा गया है। वहीं मुंबई में 15,000 से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। महामारी की शुरुआत के बाद मुंबई में पहली बार इतने मामले सामने आए हैं। केंद्र सरकार ने बताया है कि महानगरों में ओमिक्रॉन वेरिएंट प्रमुखता से फैल रहा है।
ओमिक्रॉन के कारण शुरू हुई तीसरी लहर
देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है और इसका असर दैनिक मामलों पर दिख रहा है। केंद्र सरकार की वैक्सीनेशन टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ एनके अरोड़ा ने कहा कि भारत कोरोना महामारी की तीसरी लहर में पहुंच चुका है। यह पूरी लहर कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से ही आई है। महानगरों में 75 प्रतिशत संक्रमण के नए मामले ओमिक्रॉन के ही मिल रहे हैं।
देश में बीते दिन मिले 90,000 से अधिक मरीज
भारत में बीते दिन कोरोना के 90,928 नए मामले सामने आए और 325 मरीजों की मौत दर्ज हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,51,09,286 हो गई है। इनमें से 2,85,401 सक्रिय मामले हैं और 4,82,876 लोगों की मौत हुई है। कई राज्यों ने संक्रमण की रफ्तार धीमी करने के लिए नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन जैसी पाबंदियों का ऐलान किया है। वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक 1,48,67,80,227 खुराकें लगाई जा चुकी हैं।