
इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते पर नहीं बनी बात, दोनों अपनी शर्तों पर अड़े
क्या है खबर?
इजरायल और हमास के बीच गाजा पट्टी पर चल रहे संघर्ष को रोकने के लिए काहिरा में युद्धविराम समझौते पर बात नहीं बनी।
यह बातचीत इजरायल और हमास के अपनी-अपनी शर्तों पर अड़े रहने के कारण नहीं बन पाई।
एक तरफ हमास युद्ध की पूरी तरह समाप्ति चाहता है, वहीं दूसरी तरफ इजरायल ने हमास के हथियार छोड़ने की मांग की है।
यह बातचीत युद्धविराम और इजरायली बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य के लिए हुई थी।
समझौता
बंधकों की रिहाई पर बन सकती है बात
दोनों के बीच पूर्ण युद्धविराम को लेकर भले बातचीत निर्णायक मोड़ पर न पहुंच पा रही हो, लेकिन बंधकों की रिहाई पर दोनों नरम दिख रहे हैं।
ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हमास ने संकेत दिया है कि अगर अस्थायी युद्धविराम आगे बढ़ाया जाता है तो वह इजरायल के साथ फिलिस्तानी कैदियों के बदले रिहा किए गए बंधकों की संख्या पर बात कर सकता है।
इजरायल ने भी हमास से 5 की जगह 10 बंधकों की रिहाई का अनुरोध किया है।
युद्ध
गाजा में पहला युद्धविराम खत्म होने के बाद 1,500 से अधिक जानें गई
इजरायल और हमास के बीच इस साल जनवरी में 6 सप्ताह का पहले चरण का युद्धविराम समझौता हुआ था, जिसमें सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों के बदले 33 इजरायल बंधकों को रिहा किया गया थाय़
इसके बाद मार्च में दूसरा चरण शुरू होने की उम्मीद थी, जो नहीं सफल हुई और युद्ध फिर शुरू हो गया। इस बीच पिछले महीने इजरायली हमले में 1,500 से अधिक फिलीस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं।
हमास के पास फिलहाल 59 इजरायली बंधक हैं।