महाराष्ट्र: 10 मंत्री और 20 विधायक निकले कोरोना संक्रमित, उपमुख्यमंत्री ने दी सख्त पाबंदियों की चेतावनी
कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण देश में संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। महामारी की दोनों लहरों की तरह इस बार भी महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या में तेज उछाल नजर आ रहा है। हालात यह है कि अब तक 10 मंत्री और 20 विधायकों में भी संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इस बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मामलों के बढ़ने पर सख्त पाबंदियां लागू करने की चेतावनी दी है।
महाराष्ट्र में गुरुवार को सामने आए 8,067 नए मामले
महाराष्ट्र में पिछले 12 दिनों से संक्रमण के मामलों में तेज उछाल आया है। गुरुवार को भी यहां 8,067 नए मामले सामने आए और आठ मरीजों की मौत हुई। राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 66,78,821 पर पहुंच गई है। इनमें से अब तक 1,41,526 लोगों की मौत हो चुकी है। ओमिक्रॉन की बात करें तो यहां अब तक 454 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य में बढ़ते संक्रमण के लिए ओमिक्रॉन को ही जिम्मेदार माना जा रहा है।
"10 मंत्री और 20 विधायकों में हुई संक्रमण की पुष्टि"
NDTV के अनुसार, कोरेगांव-भीमा युद्ध की 204वीं वर्षगांठ पर पेरने गांव में जयस्तंभ स्मारक का दौरा करने के उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा, "हमने विधानसभा के शीतकालीन सत्र को छोटा किया था, लेकिन अब तक 10 मंत्री और 20 से अधिक विधायकों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।" उन्होंने कहा, "हर कोई नववर्ष, जन्मदिन और अन्य समारोहों में भाग लेना चाहता है, लेकिन ध्यान रहे ओमीक्रोन तेजी से फैलता है और इसलिए, सावधानी बरतने की आवश्यकता है।"
28 दिसंबर को हुई थी दो मंत्रियों सहित 55 लोगों के संक्रमण के पुष्टि
बता दें महाराष्ट्र विधानसभा में 27 और 28 दिसंबर को आयोजित किए गए विशेष जांच शिविर में मंत्री वर्षा गायकवाड़, के सी पड़वी और भाजपा विधायक समीर मेघे सहित 55 लोगों के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उसके बाद सभी की जांच की गई थी।
मामलों के बढ़ने पर लागू की जाएगी सख्त पाबंदियां- पवार
उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर कुछ राज्यों ने नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया है। महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे में तेजी से मामले मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में यदि संक्रमितों की संख्या इसी तरह बढ़ती रही, तो राज्य में कड़े प्रतिबंध लागू किए जाएंगें। उन्होंने कहा कि कड़े प्रतिबंधों से बचने के लिए हर व्यक्ति को नियमित रूप से मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने सहित सभी नियमों का पालन करना चाहिए।
बैलगाड़ी दौर पर भी लगाई गई है रोक- पवार
महाराष्ट्र सरकार के बैलगाड़ी दौड़ की अनुमति नहीं देने के बाद पूर्व सांसद शिवाजी अधलराव पाटिल द्वारा इसके आयोजन की घोषणा करने पर पवार ने कहा कि कोरोना टास्क फोर्स की बैठक के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महामारी की एक अन्य लहर से बचने के लिए जनसभाओं पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। इसी आधार पर बैलगाड़ी दौर की अनुमति नहीं दी गई है। इस दौड़ के आयोजित होने से सभी को बड़ा खतरा झेलना पड़ सकता है।
महाराष्ट्र में लागू की जा चुकी है ये पाबंदियां
महाराष्ट्र में संक्रमण के कारण सरकार ने खुले या बंद स्थानों पर होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने वाले लोगों की अधिकतम संख्या को 50 कर दिया है। इसी तरह अंतिम संस्कार में केवल 20 लोग ही शामिल हो सकते हैं। मुंबई में पुलिस ने धारा 144 को 15 जनवरी तक बढ़ा दिया है। यहां प्रतिदिन शाम 5 से सुबह 5 बजे तक समुद्र तट, खुले मैदानों, उद्यानों सहित सभी सार्वजनिक स्थानों पर लोगों का प्रवेश बंद कर दिया है।
मुंबई और पुणे की हालत सबसे ज्यादा खराब
महाराष्ट्र में मुंबई और पुणे की हालत सबसे अधिक खराब है। यहां शुक्रवार 5,631 नए मामले सामने आए हैं, जो गुरुवार (3,671) की तुलना में 53 प्रतिशत अधिक है। यहां की ट्रांसमिशन रेट 2.01 पर पहुंच गई। कोरोना टास्क फोर्स समिति के सदस्य डॉ राहुल पंडित ने कहा कि मुंबई और दिल्ली के कुछ कलस्टरों में तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। इसी तरह पुणे में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट शुक्रवार को 5.9 प्रतिशत पर पहुंच गई।