क्या है 'बुल्ली बाई' ऐप प्रकरण, जिसकी सरगना को उत्तराखंड से किया गया है गिरफ्तार?
क्या है खबर?
एक विशेष वर्ग की महिलाओं की फोटो अपलोड कर उनकी नीलामी करने को लेकर चर्चा में आए 'बुल्ली बाई' (Bulli Bai) ऐप के खिलाफ मुंबई पुलिस की साइबर शखा ने बड़ी कार्रवाई की है।
पुलिस ने ऐप की महिला सरगना को उत्तराखंड से गिरफ्तार कर लिया है और उसे मुंबई लाया जा रहा है। इसी तरह उसके एक अन्य सहयोगी को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
यहां जानते हैं आखिर क्या है बुल्ली बाई ऐप से जुड़ा मामला।
सवाल
आखिर क्या है 'बुल्ली बाई' ऐप?
बता दें कि 'बुल्ली बाई' ऐप को माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर-शेयरिंग प्लेटफॉर्म गिटहब जरिए होस्ट किया गया था।
इसमें नामचीन मुस्लिम महिलाओं की फोटो को उनकी बिना अनुमति के अपलोड कर लोगों को उनकी नीलामी के लिए विकल्प दिया गया था।
असल में यहां कोई खरीद-फरोख्त नहीं होती थी, बल्कि इसका मकसद मुस्लिम महिलाओं को नीचा दिखाना और उनका मानसिक उत्पीड़न करना था।
जुलाई, 2021 में 'सुल्ली डील' नाम से ठीक ऐसा ही ऐप बनाया गया था।
अपलोड
ऐप पर अपलोड की गई थी 100 मुस्लिम महिलाओं की फोटो
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, 'बुल्ली बाई' ऐप पर करीब 100 नामचीन मुस्लिम महिला की फोटो अपलोड की गई थी। जिसमें पत्रकार, अभिनेत्री और अन्य महिला कलाकार भी शामिल थी।
इस ऐप पर इन महिलाओं की फोटो अपलोड कर उनकी नीलामी के लिए 'डील ऑफ द डे' के नाम से बोली भी लगाई जा रही थी।
इन महिलाओं में एक लापता भारतीय छात्र की 65 वर्षीय मां के साथ-साथ पाकिस्तानी नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई भी शामिल थीं।
शिकायत
दिल्ली और मुंबई में दर्ज हुई शिकायत
इस मामले में दिल्ली की महिला पत्रकार इस्मत आरा ने ऐप पर बेची जा रही तस्वीर को 'डील ऑफ द डे' बताकर शेयर किया।
उन्होंने ट्वीट किया, 'यह बहुत दुखद है एक मुस्लिम महिला के रूप में नए साल की शुरुआत डर और घृणा के साथ करनी पड़ रही है।'
इसके बाद दिल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 509 के तहत मामला दर्ज किया था। इसके अलावा पुलिस ने गिटहब को ऐप हटाने के निर्देश दिए थे।
जानकारी
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी जताया था विरोध
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी विरोध जताते हुए कहा था वह IT मंत्री अश्विनी वैष्णव से कई बार महिलाओं पर सांप्रदायिक हमले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कह चुकी हूं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उसके बाद ऐप को ब्लॉक कर दिया गया था।
मुंबई
मुंबई में कई महिलाओं ने दर्ज कराई थी शिकायत
मामले में दिल्ली की तहर मुंबई में भी कई महिलाओं ने ऐप के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद मुंबइ पुलिस की साइबर शाखा ने IPC की धारा 354D, 509, 500, 153A, 295A, 153B, IT की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया था।
इसको लेकर मुंबई और दिल्ली पुलिस ऐप डेवलपर्स की तलाश में जुटी हुई थी।
इसी बीच दिल्ली पुलिस ने सोमवार को ट्विटर से अपने प्लेटफॉर्म से संबंधित आपत्तिजनक सामग्री को हटाने को भी कहा था।
सफलता
मुंबई पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया था पहला आरोपी
मामले की जांच में जुटी मुंबई पुलिस ने ऐप से जुड़े एक टि्वटर अकाउंट के आधार पर सोमवार को 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र विशाल कुमार को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने उससे 10 घंटे तक पूछताछ की तो उसने ऐप की सरगना के बारे में जानकारी दे दी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी छात्र और ऐप की सरगना फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोस्त हैं। इसी के जरिए वो एक-दूसरे से संपर्क में रहते थे।
गिरफ्तारी
पुलिस ने मुख्य आरोपी को उत्तराखंड से किया गिरफ्तार
आरोपी छात्र विशाल की सूचना के आधार पर पुलिस ने मामले की मुख्य महिला आरोपी को मंगलवार को उत्तराखंड से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब उसे पूछताछ के लिए ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले जा रही है।
पुलिस उपायुक्त रश्मि करंदीकर ने बताया कि मुख्य आरोपी महिला ऐप से जुड़े तीन अकाउंट संभाल रही थी। विशाल ने खालसा सुप्रीमिस्ट के नाम से खाता खोला था। 31 दिसंबर को उसने अन्य खातों के नाम सिख नामों से मिलते-जुलते कर दिए थे।