फ्रांस ने कुछ कोरोना संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों को काम करने की इजाजत दी
ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण नई लहर का सामना कर रहे फ्रांस ने कुछ कोरोना संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों को काम करने की इजाजत दी है। कोरोना के अभूतपूर्व मामलों के कारण फ्रांस इन दिनों अस्पतालों में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी महसूस कर रहा है। अब अस्पताल, वृद्धाश्रम और दूसरे स्वास्थ्य केंद्रों पर काम करने वाले संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों को क्वारंटीन से छूट देने का फैसला लिया गया है। सरकार का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाएं जारी रखने के लिए ऐसा करना पड़ा है।
इस तरह का फैसला लेने वाला पहला देश
फ्रांस में अगर कोई वैक्सीनेटेड व्यक्ति संक्रमित पाया जाता है तो उसे पांच दिन आइसोलेशन में रहना होता है, जबकि बिना वैक्सीन लगवाने वाले लोगों के लिए सात दिन का क्वारंटीन अनिवार्य है। अब फ्रांस पहला ऐसा देश बन गया है, जहां संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों को काम करने की इजाजत दी गई है। कुछ लोगों का कहना है कि क्वारंटीन नियमों के चलते कई क्षेत्रों में कर्मचारियों की कमी हो रही है। इसके चलते क्वारंटीन समय कम किया जा रहा है।
मंत्रालय ने बताया 'असाधारण और अस्थायी' फैसला
फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों को भेजे अलर्ट में कहा है कि कोरोना वायरस के तेज प्रसार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ बढ़ा दिया है। मंत्रालय ने अपने कदम को 'असाधारण और अस्थायी' बताते हुए कहा कि जब दबाव कम होगा, यह फैसला वापस ले लिया जाएगा। इस फैसले के बाद कोरोना से संक्रमित ऐसे डॉक्टर और दूसरे स्वास्थ्यकर्मी काम पर लौट सकेंगे, जिन्हें वैक्सीन की दोनों खुराके लग चुकी हैं और खांसी और छींकें नहीं आ रही हैं।
संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों के लिए रखी गईं ये शर्तें
मंत्रालय ने कहा कि जहां तक संभव हो सके, कोरोना से संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों को बिना वैक्सीन लगे और अधिक जोखिम का सामना कर रहे मरीजो से दूर रखना होगा। साथ ही ऐसे स्वास्थ्यकर्मियों को अपने सहकर्मियों से पर्याप्त दूरी बनाई रखनी होगी और वो ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं हो सकेंगे, जिसमें मास्क हटाने की जरूरत पड़ती है। हालांकि, कई जानकारों का कहना है कि यह फैसला लागू करना काफी मुश्किल होगा।
अस्पतालों का क्या कहना है?
कई अस्पतालों ने कहा है कि आखिरी विकल्प के तौर पर कोरोना संक्रमितों को काम पर बुलाया जाएगा। पेरिस के पास स्थित दो अस्पतालों के संपर्क अधिकारी ने बताया कि अगर कोई संक्रमित स्वास्थ्यकर्मी थका हुआ है और घर पर आराम करना चाहता है तो उसे काम पर आने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा। इसी तरह एक डॉक्टर ने बताया कि अगर अधिकतर स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हो जाते हैं तो बिना लक्षणों वाले स्वास्थ्यकर्मियों को काम पर आना होगा।
फ्रांस में संक्रमण की क्या स्थिति?
फ्रांस में ओमिक्रॉन वेरिएंट तेजी से अपने पैर पसार रहा है, जिसके चलते रिकॉर्ड मामले दर्ज हो रहे हैं। मंगलवार को यहां 3.32 लाख लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। इसी के साथ यहां कुल संक्रमितों की संख्या 1,10,27,112 हो गई है। इनमें से लगभग 1.26 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण यहां अस्पतालों के करीब तीन चौथाई ICU बिस्तर भर चुके हैं।