कर्नाटक के बाद अब मध्य प्रदेश पहुंचा हिजाब विवाद, दतिया के सरकारी कॉलेज ने लगाया प्रतिबंध
कर्नाटक में चल रहा हिजाब विवाद अब मध्य प्रदेश में पहुंच गया है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के विधानसभा क्षेत्र दतिया के राजकीय महाविद्यालय में सोमवार को एक युवती के हिजाब में घूमने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हिंदुवादी संगठनों ने इसका विरोध कर दिया। इसको देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने मंगलवार को आदेश जारी करते हुए हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया। इसको लेकर अब शहर में विवाद बढ़ने लगा है।
वीडियो वायरल होने के बाद हिंदू संगठन के लोगों ने किया प्रदर्शन
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, सोमवार दोपहर दतिया महाविद्यालय परिसर में एक युवती को हिजाब पहनकर घूमते देखा गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया और कॉलेज के अलग-अलग समूह में वायरल होने लग गया। इसके बाद अचानक दुर्गा वाहिनी सहित अन्य हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी करना शुरू कर दिया। इसको देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने आनन-फानन में हिजाब पर प्रतिबंध का आदेश जारी कर दिया।
कॉलेज प्रशासन की ओर से जारी किया गया है यह आदेश
कालेज प्राचार्य डीआर राहुल की ओर से जारी किए गए लिखित आदेश में कहा गया है, 'कॉलेज के सभी विद्यार्थियों को सूचित किया जाता है कि उन्हें किसी विशेष समुदाय के कपड़े या अन्य विशेष पोशाक जैसे हिजाब आदि में कॉलेज में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी को शालीन पोशाक में शिक्षा के इस मंदिर में प्रवेश करना चाहिए।' कॉलेज प्रशासन के इस आदेश के बाद अब मुस्लिम समुदाय के लोग विरोध पर उतरने लगे हैं।
कॉलेज में समानता बनाए रखने के लिए जारी किया आदेश- प्राचार्य
मामले में कॉलेज प्राचार्य राहुल ने कहा, "कॉलेज में ड्रेस की समानता के लिए आदेश जारी किया था। पहले सभी छात्र शालीन पोशाक में आते थे, लेकिन कर्नाटक के हिजाब विवाद के बाद कुछ छात्राओं ने हिजाब पहनना शुरू कर दिया।" इधर, दुर्गा वाहिनी की जिला संयोजक रानी शर्मा ने कहा कि सोमवार को जब वह कॉलेज पहुंची तो दो छात्राएं हिजाब में घूम रही थी। इसके बाद उन्होंने कॉलेज में समानता के लिए विरोध प्रदर्शन किया था।
सतना में हिजाब पहनने वाली छात्रा को किया था माफी के लिए मजबूर
बता दें कि पिछले दिनों सतना के एक कॉलेज में भी एक छात्रा के हिजाब पहनकर आने पर कुछ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था। उसके बाद कॉलेज प्रशासन ने हिजाब पहनने वाली छात्र को सभी से माफी मांगने के लिए मजबूर किया था।
गृह मंत्री ने दी मामले में सफाई
मामले में गृह मंत्री मिश्रा ने भी सफाई दी है। उन्होंने कहा, "राज्य में हिजाब पर बैन नहीं है। इसके लेकर किसी तरह का भ्रम न फैलाया जाए। दतिया सांप्रदायिक सद्भाव की जीती-जागती मिसाल है। मैंने प्राचार्य के आदेश की जांच के लिए जिला कलक्टर को आदेश दिए हैं।" बता दें पिछले सप्ताह गृह मंत्री ने कहा था राज्य में हिजाब को लेकर कोई विवाद नहीं है और न ही इस पर प्रतिबंध का सरकार के पास कोई प्रस्ताव है।
क्या है हिजाब विवाद का मामला?
हिजाब विवाद की शुरुआत कर्नाटक के उडुपी के पीयू कॉलेज में छह छात्राओं को हिजाब में कॉलेज में प्रवेश नहीं देने से हुई थी। इसके बाद मामला अन्य शहरों में भी पहुंच गया था। यह मामला कर्नाटक हाई कोर्ट भी पहुंच था, जिसे बड़ी बेंच को रैफर कर दिया था। 10 फरवरी को हाई कोर्ट ने अगले आदेश तक छात्रों को धार्मिक ड्रेस पहनने की जिद नहीं करने और सरकार को स्कूल-कॉलेजों को फिर से खोलने का आदेश दिया था।