कर्नाटक: ओमिक्रॉन की चपेट में आए डॉक्टर के संपर्क में रहे पांच लोग भी निकले संक्रमित
भारत में गुरुवार को कोरोना वायरस के बेहद खतरनाक बताए जा रहे ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो मामले सामने आने के बाद अब इसके मामलों की संख्या में इजाफा होने का खतरा बढ़ गया है। कारण है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले 46 वर्षीय डॉक्टर के संपर्क में आए पांच लोगों को भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। प्रशासन ने उन्हें क्वारंटाइन कर उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
जीनोम सीक्वेंसिंग में दो लोगों के हुई ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमण की पुष्टि
बता दें कि गुरुवार को कर्नाटक में दो लोगों को ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है। इसमें एक 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है और वह 20 नवंबर को निगेटिव रिपोर्ट के साथ दक्षिण अफ्रीका से आया था। उसने वैक्सीन की दोनोंं खुराकें भी ले रखी थी। उसका KIA बेंगलुरु में टेस्ट किया गया था। वह 27 नवंबर को UAE रवाना हो गया। इसी तरह दूसरा संक्रमित 46 वर्षीय डॉक्टर है और उनका भी यात्रा इतिहास नहीं रहा है।
ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले डॉक्टर के सीधे संपर्क में आए थे 13 लोग
NDTV के अनुसार, ओमिक्रॉन से संक्रमित मिलने के बाद अधिकारियों ने डॉक्टर के संपर्क में आए लोगों की जांच की तो इसमें 13 लोगों के उनसे सीधे संपर्क में आने की पुष्टि हुई है। इसके बाद उन सभी का भी टेस्ट कराया तो उनमे से पांच लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। अब उनके सैंपल भी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने पर उनमें ओमिक्रॉन वेरिएंट होने या नहीं होने की पुष्टि होगी।
किसी अन्य के जरिए डॉक्टर के संपर्क में आए हैं 250 लोग
चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार, ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले डॉक्टर के 250 से अधिक माध्यमिक संपर्कों का भी पता चला है। वह किसी अन्य के जरिए डॉक्टर के संपर्क में आए थे। अब उन सभी का भी कोरोना टेस्ट करने के प्रयास जारी हैं।
विदेशी नागरिक के संपर्क में आए थे कुल 24 लोग
चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार, ओमिक्रॉन से संक्रमित मिलने दक्षिण अफ्रीकी नागरिक से 24 लोग सीधे संपर्क में आए थे और 240 से अधिक लोग किसी अन्य के जरिए उनके संपर्क में रहे थे। ऐसे में इन सभी की भी कोरोना जांच कराई जा रही है। इनमें से किसी के भी संक्रमित मिलने पर उनके सैंपल भी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे। इसी तरह सरकार संबंधित विदेशी नागरिक की भी वर्तमान स्थिति का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
डॉ पॉल ने लोगों से की सावधानी बरतने की अपील
भारत में ओमिक्रॉन के दो मामले सामने आने के बाद नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मास्क यूनिवर्सल वैक्सीन की तरह है। इसे लेकर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। यह तमाम वेरिएंट से आपका बचाव करता है। उन्होंने लोगों से जल्द वैक्सीन की दोनों खुराकें लगवाने, हवादार माहौल में रहने की आदत डालने और ओमिक्रॉन से डरने की जगह सजग रहने की भी अपील की है।
मुख्यमंत्री बोम्मई ने की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात
इधर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से मुलाकात कर ओमिक्रॉन वेरिएंट से बचाव के लिए विशेष गाइडलाइंस जारी करने को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने राज्य के सभी चिकित्सा और स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर खुराक देने की भी मांग की। इस पर मांडविया ने पूरी स्थिति पर नजर बनाए रखने और विशेषज्ञों की सलाह के बाद ही बूस्टर खुराक पर कोई निर्णय करने की बात कही है।
क्यों खतरनाक माना जा रहा है ओमिक्रॉन वेरिएंट?
दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना समेत 29 देशों में मिल चुके ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका भी लगाई जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' बताया है और इस ऐलान के बाद कई देश यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके हैं।