
वैक्सीनेशन अभियान: भारत ने अब तक लगाईं 75 करोड़ खुराकें, WHO ने दी बधाई
क्या है खबर?
भारत में अब तक कोरोना वायरस वैक्सीन की 75 करोड़ से अधिक खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
इस मौके पर बधाई देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्विटर पर लिखा, 'प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ, सबका प्रयास के मंत्र के साथ विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान निरंतर नए आयाम गढ़ रहा है। आजादी के अमृतोत्सव यानि आज़ादी के 75वें वर्ष में देश ने 75 करोड़ टीकाकरण के आँकड़े को पार कर लिया है।'
वैक्सीनेशन
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दी बधाई
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी वैक्सीनेशन अभियान की तेज रफ्तार के लिए भारत को बधाई दी है।
संगठन की दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल ने ट्वीट किया, 'WHO भारत को वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार तेज करने पर बधाई देता है। शुरुआती 10 करोड़ खुराकें लगाने में भारत को 85 दिन लगे थे, जबकि 65 करोड़ से 75 करोड़ की उपलब्धि केवल 13 दिनों में हासिल कर ली गई।'
वैक्सीनेशन अभियान
लक्ष्य हासिल करने के लिए रफ्तार बढ़ाने की जरूरत
केंद्र सरकार ने भी दिसंबर तक पूरी व्यस्क आबादी को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा है।
विशेषज्ञों का भी कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए भारत में दिसंबर के अंत तक 60 फीसदी आबादी को पूरी तरह वैक्सीनेट करना होगा। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए रोजाना 1.2 करोड़ खुराकें लगाने की जरूरत होगी।
पिछले सात दिनों में रोज औसतन 77 लाख खुराकें लगाई जा रही हैं। इस हिसाब से रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है।
कोरोना वैक्सीनेशन
वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
कोविन प्लेटफॉर्म के अनुसार, अब तक वैक्सीन की कुल 75,02,84,569 खुराकें लग चुकी हैं। देश में 57,00,46,655 लोगों को पहली और 18,02,37,914 लोगों को दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं।
रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, सिक्किम, लक्षद्वीप, गोवा और दादर एवं नागर हवेली और दमन और दीव में 100 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लग चुकी है।
बड़े राज्यों में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है।
उम्मीद
किशोरों के लिए जल्द शुरू हो सकता है वैक्सीनेशन
सरकार जल्द ही 18 वर्ष से कम उम्र के किशोरों के लिए वैक्सीनेशन अभियान शुरू कर सकती है।
जायडस कैडिला की तीन खुराक वाली वैक्सीन को भारत में 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों और व्यस्कों पर आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। हालांकि, इसका इस्तेमाल शुरू होना बाकी है।
इसके अलावा बच्चों और किशोरों पर कोवैक्सिन का ट्रायल भी अंतिम दौर में है। इसे अगले महीने तक उपयोग की मंजूरी मिल सकती है।
वैक्सीनेशन अभियान
छह वैक्सीनों को मिल चुकी मंजूरी, तीन का हो रहा इस्तेमाल
भारत में अब तक कुछ छह कोरोना वैक्सीनों को इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी हैं, लेकिन तीन का ही इस्तेमाल हो रहा है।
वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन का इस्तेमाल किया जा रहा है। अप्रैल में हरी झंडी मिलने के बाद स्पूतनिक-V का इस्तेमाल शुरू हुआ था।
मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन और जायडस कैडिला की वैक्सीनों को भी मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन उनका इस्तेमाल नहीं हो रहा।
शुरुआत
भारत में 16 जनवरी को शुरू हुआ था वैक्सीनेशन अभियान
बता दें कि भारत में 16 जनवरी से कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ था। इसके पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे फ्रंटलाइन कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई गई।
1 मार्च को वैक्सीनेशन अभियान का दूसरा चरण शुरू हुआ और इसमें 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई गई। 1 अप्रैल को 45 साल से अधिक उम्र के और 1 मई से सभी वयस्कों के लिए वैक्सीनेशन अभियान खोल दिया गया।