ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं होने के जवाब पर गरमाई राजनीति, विपक्ष ने लगाए आरोप
क्या है खबर?
केंद्र सरकार की ओर से मंगलवार को राज्यसभा में कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं होने का बयान देने पर राजनीति गरमा गई है।
कांग्रेस, शिवसेना, आम आदमी पार्टी सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने मामले में सरकार पर झूठ बोलने और सच्चाई छिपाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
हालांकि, भाजपा ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए गैर भाजपा शाषित राज्यों पर केंद्र को गलत सूचना देने का आरोप लगाया है।
पृष्ठभूमि
देश में ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई थी दर्जनों मरीजों की मौत
बता दें अप्रैल-मई में दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी आ गई थी।
इसके कारण दिल्ली, गोवा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में दर्जनों मरीजों की मौत हो गई थी।
हालात, इतने बिगड़ गए थे कि राज्यों के हाई कोर्ट के साथ सुप्रीम कोर्ट को भी इसमें दखल देना पड़ा था।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के आदेश दिए थे।
जवाब
सरकार ने राज्यसभा में दी थी कोई मौत नहीं होने की जानकारी
बता दें विपक्ष ने मंगलवार को राज्यसभा में सरकार से पूछा था कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के कारण अस्पतालों और घरों में कितने लोगों की मौत हुई थी।
इसके जवाब में स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा, 'सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश नियमित रूप से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को संक्रमण और मौतों की रिपोर्ट देते हैं। हालांकि, किसी भी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी से मौत की जानकारी नहीं दी है।
आरोप
ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं होना बताना पूरी तरह गलत- सत्येंद्र जैन
सरकार के जवाब पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने तीखा हमला किया है।
उन्होंने बुधवार को कहा कि ऑक्सीजन की कमी से बहुत सारी मौतें हुईं। दिल्ली में भी ऐसा देखने को मिला। ऐसे में यह कहना गलत है कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई।
उन्होंने कहा यदि ऐसा नहीं हुआ होता तो अस्पताल हाईकोर्टों का दरवाजा क्यों खटखटाते। केंद्र सरकार तो यह भी कह सकती है कि देश में कोई महामारी आई ही नहीं।
आरोप
झूठ बोल रही है केंद्र सरकार- सिसोदिया
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, "केंद्र सरकार झूठ बोल रही है कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन का कोई संकट नहीं था और कोई मौत नहीं हुई। 15 अप्रैल से 10 मई के बीच देश भर में ऑक्सीजन संकट था। इस अवधि में केंद्र ने ऑक्सीजन का कुप्रबंधन किया था, जिसके कारण अस्पतालों में अफरा-तफरी मच गई थी।"
उन्होंने कहा, "केंद्र अपनी गलतियों को छिपाने के लिए झूठ बोल रहा है। उसे इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी।"
आरोप
प्रियंका गांधी ने भी लगाए सरकार पर गंभीर आरोप
मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला है।
उन्होंने ट्वीट किया, 'दूसरी लहर में मौतें इसलिए हुईं कि सरकार ने महामारी वाले साल में ऑक्सीजन निर्यात 700 प्रतिशत तक बढ़ा दिया था। सरकार ऑक्सीजन टैंकरों की व्यवस्था नहीं कर पाई।'
उन्होंने आगे लिखा, 'सरकार के एंपावर्ड ग्रुप और संसदीय समिति की सलाह को नजरंदाज कर ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का इंतजाम नहीं करने से मौतें हुई थी।'
बयान
मृतकों के परिजनों को सरकार के खिलाफ दर्ज कराना चाहिए केस- राउत
शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं होने के बयान को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है।
उन्होंने कहा, 'मैं सरकार के इस बयान से उन परिवारों के लिए पूरी तरह स्तब्ध हूं, जिनके अपने महामारी की दूसरी लहर में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी की वजह से दुनिया छोड़कर चले गए। उन परिवारों को यह सुनकर कैसा लग रहा होगा। इन परिवारों को तो सरकार के खिलाफ केस दर्ज करना चाहिए।'
प्रतिक्रिया
राजनीति का कारण नहीं बनना चाहिए कोरोना संकट- मांडविया
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडिविया ने बुधवार को राज्यसभा में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों को सभी मौतों को रजिस्टर करने और उन्हें न छिपाने के लिए कहा था। स्वास्थ्य राज्य का विषय है और राज्यों को ही मौतों को रजिस्टर करना होता है। ऐसे में यह कहना गलत है कि सरकार आंकड़े छुपा रही है।"
उन्होंने कहा, "कोरोना संकट को राजनीति का कारण नहीं बनाया जाना चाहिए और तीसरी लहर को रोकने के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए।"
आरोप
गैर भाजपा शासित राज्यों ने राजनीति करने के लिए दी गलत जानकारी- पात्रा
मामले में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने सरकार का बचाव करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है और केंद्र सिर्फ राज्यों का भेजा गया डाटा एकत्र करती है। इसके बाद भी किसी भी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर हुई मौत पर कोई आंकड़ा नहीं भेजा और अब विपक्ष सरकार की आलोचना कर रहा है।
उन्होंने कहा गैर भाजपा शासित राज्य गलत जानकारी देकर मामले में राजनीति कर रहे हैं।
आरोप
विपक्ष ने किया लोगों को बरगलाने का काम- पात्रा
पात्रा ने कहा, "चाहे महामारी, चाहे वैक्सीन का विषय हो हर विषय में झूठ बोलना, भ्रम फैलाना और लोगों को बरगलाना, ये राहुल गांधी ने एक ट्विटर ट्रोल के रूप में काम करते हुए किया है।"
उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कहा, "उन्होंने कोरोना काल में झूठ बोला, लेकिन वह समय रहते पकड़ा गया। दिल्ली हाई कोर्ट में सरकार द्वारा दाखिल रिपोर्ट में जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं होने की जानकारी दी है।
जानकारी
अन्य राज्यों ने भी हाई कोर्ट में दी मौत नहीं होने की जानकारी- पात्रा
पात्रा ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने भी बॉम्बे हाई कोर्ट में ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं होने की जानकारी दी है। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने भी ऐसे दावे किए हैं। इससे साफ है कि वो राजनीति करना चाहते हैं।