रेमडेसिवीर, अतिरिक्त बिस्तर और वैक्सीन: तीसरी लहर के मुकाबले के लिए क्या-क्या किया जा रहा है?
कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबले के लिए सरकार तैयारियों में लगी हुई है। इसके लिए अस्पतालों में अतिरिक्त बिस्तर, दवाओं और मेडिकल ऑक्सीजन का इंतजाम किया जा रहा है तो वहीं नई वैक्सीनों को मंजूरी देने के साथ-साथ वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार भी बढ़ाई जा रही है। गौतरलब है कि अगस्त अंत तक भारत में महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। इस दौरान दैनिक मामले 1.5 लाख तक जा सकते हैं।
सरकार ने किया रेमडेसिवीर की 50 लाख शीशियों का भंडारण
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए केंद्र सरकार ने एंटी-वायरल दवा रेमडेसिवीर की 50 लाख शीशियों का भंडारण आरक्षित कर लिया है। पिछली लहर के दौरान इस दवा की भारी कमी महसूस की गई थी और इसकी खूब कालाबाजारी हुई थी। इसके अलावा सरकार टोसिलिजुमैब का भी घरेलू स्तर पर उत्पादन शुरू करने की योजना बना रही है। अभी तक इसका आयात किया जा रहा है। कोरोना प्रबंधन में दोनों दवाएं बेहद अहम हैं।
राज्यों के पास तुरंत भेजी जा सकेगी रेमडेसिवीर
न्यूज18 ने शीर्ष सरकारी सूत्रों के हवाले से लिखा है कि सरकार के पास रेमडेसिवीर की 50 लाख शीशियों का भंडारण है और आपातकालीन स्थिति में इन्हें तुरंत राज्यों को भेजा जा सकता है। इसके अलावा टोसिलिजुमैब का उत्पादन शुरू करने की भी योजना है। भारत में सात कंपनियों के पास रेमडेसिवीर बनाने का लाइसेंस हैं और वो हर महीने 1.25 शीशियां तैयार कर सकती हैं। इन कंपनियों ने तीन करोड़ खाली शीशियां खरीदी हैं।
लगाए जा रहे हैं ऑक्सीजन प्लांट
दूसरी लहर के दौरान मेडिकल ऑक्सीजन की भारी कमी को देखते हुए सरकार ने 1,573 ऑक्सीजन प्लांट लगाने की मंंजूरी दी थी। इनमें से करीब 300 प्लांट लगाए जा चुके हैं और बाकी पर काम जारी है। अलग-अलग मंत्रालय भी लगभग 350 ऑक्सीजन प्लांट लगाने में जुटे हुए हैं। अप्रैल के बाद से देश में ऑक्सीजन सिलेंडरों की संख्या दो लाख बढ़ाई जा चुकी है और लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन ले जाने के लिए 1,200 से अधिक टैंकर मौजूद हैं।
अतिरिक्त बिस्तरों का भी हो रहा इंतजाम
बीते महीने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा था कि केंद्र सरकार महामारी के खिलाफ लड़ाई में राज्यों की बिस्तरों की संख्या बढ़ाने, पर्याप्त दवा, मेडिकल ऑक्सीजन और दूसरी चीजें मुहैया कराने में मदद कर रही है। उन्होंने जानकारी दी कि इस सहयोग के चलते अब देश में आइसोलेशन बिस्तरों की संख्या बढ़ाकर 18,21,845 और ICU बिस्तरों की संख्या 1,22,035 कर ली गई है। पिछले साल मार्च में इनकी संख्या क्रमश: 10,180 और 2,168 थी।
जेनसेन को मिली आपात इस्तेमाल की मंजूरी
भारत सरकार ने बीते सप्ताह अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की एक खुराक वाली वैक्सीन जेनसेन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी है। इसी के साथ भारत में अब तक कोविशील्ड, कोवैक्सिन, स्पूतनिक-V और मॉडर्ना की वैक्सीन समेत कुल पांच वैक्सीनों को अनुमति मिल चुकी है। जॉनसन एंड जॉनसन की जेनसेन एक खुराक वाली चुनिंदा वैक्सीनों में शामिल है। कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए इस वैक्सीन की एक ही खुराक काफी है और दूसरी की जरूरत नहीं पड़ती।
जल्द शुरू होगा बच्चों का वैक्सीनेशन
इसी महीने से देश में बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने पिछले महीेने कहा था कि अगस्त में बच्चों के लिए कोरोना वायरस वैक्सीन आ सकती है। बच्चों की वैक्सीन की रेस में जायडस कैडिला की वैक्सीन सबसे आगे हैं। इसका तीसरे चरण का ट्रायल पूरा हो चुका है जिसमें 12-18 साल के बच्चे भी शामिल थे। इसके अलावा कोवैक्सिन का भी बच्चों पर ट्रायल चल रहा है।
देश में संक्रमण और वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 38,353 नए मामले सामने आए और 497 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,20,36,511 हो गई है। इनमें से 3,88,508 सक्रिय मामले हैं और 4,29,179 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। वैक्सीनेशन की बात करें तो देश में अब तक कुल 51,90,80,524 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। इनमें से 41,38,646 खुराकें बीते दिन लगाई गई थीं।