कौन हैं कोरोना महामारी के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने जा रहे मनसुख मांडविया?
क्या है खबर?
डॉ हर्षवर्धन की विदाई के बाद केंद्र सरकार के कैबिनेट विस्तार में स्वास्थ्य मंत्रालय का जिम्मा मनसुख मांडविया को दे दिया गया है। उन्हें ये जिम्मा ऐसे समय पर दिया गया है जब देश कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है और उन पर इस महामारी से पार पाने में देश का नेतृत्व करने की अहम जिम्मेदारी होगा।
आइए इतनी अहम जिम्मेदार संभालने जा रहे मांडविया के जीवन और राजनीतिक सफर के बारे में जानते हैं।
शुरूआत
किसान परिवार में जन्मे थे गुजरात के रहने वाले मनसुख
49 वर्षीय मनसुख मांडविया का जन्म 1 जुलाई, 1972 को गुजरात के भावनगर जिले के हनोल गांव के किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने गुजरात कृषि विश्वविद्यालय से पशु चिकित्सा विज्ञान में ग्रेजुएशन किया और फिर बाद में राजनीति विज्ञान से पोस्ट-ग्रेजुएशन की।
वे अपने छात्र जीवन से संघ परिवार में जुड़े हुए हैं और उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की थी। इसके बाद वे भाजपा में शामिल होकर आगे बढ़ते चले गए।
राजनीतिक सफर
गुजरात के सबसे युवा विधायक रहे थे मनसुख
मांडविया के नाम गुजरात का सबसे युवा विधायक रहने का रिकॉर्ड भी रहा है और वे 2002 में पलिताना से विधायक चुने गए। तब उनकी उम्र मात्र 28 साल थी।
इसके 10 साल बाद 2012 में वह गुजरात से राज्यसभा के सदस्य चुने गए और 2018 में एक बार फिर से उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया गया।
2016 में वह केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी शामिल हुए और उन्हें सड़क परिवहन और उर्वरक राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया।
उपलब्धियां
इन कार्यों में मांडविया ने दिया अहम योगदान
अहम कार्यों की बात करें तो मांडविया गुजरात एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष का पद संभाल चुके हैं। 2014 में वह मेगा सदस्यता अभियान के प्रभारी भी बने थे और इस अभियान के दौरान लगभग एक करोड़ लोगों ने पार्टी की सदस्यता ली।
उन्होंने 2015 में संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया और 'सतत विकास के लिए एजेंडा 2030' पर भाषण दिया।
केंद्रीय मंत्री के तौर पर उन्हें 5,100 से अधिक जन औषधि स्टोर स्थापित किए।
अहम जिम्मेदारी
महामारी के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी संभालेंगे मांडविया
कोरोना वायरस महामारी के समय स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदार संभालने जा रहे मांडविया के कंधों पर एक अहम जिम्मेदारी होगी और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को अच्छे से जमीन पर उतारना होगा। पिछले स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को इसी कारण अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी है।
मांडविया को ये पद ऐसे समय पर भी मिला है जब केंद्र सरकार कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को रोकने के लिए वैक्सीनेशन तेज करने पर जोर दे रही है।
कैबिनेट विस्तार
कल हुआ था मोदी सरकार की कैबिनेट का विस्तार
बता दें कि कल शाम मोदी सरकार की कैबिनेट का विस्तार हुआ था और इसमें 43 मंत्रियों ने शपथ ली थी। इनमें से 15 को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है, वहीं बाकी राज्य मंत्री बनाए गए हैं।
मंत्रालयों की बात करें तो ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन, हरदीप सिंह पुरी को शहरी एवं नगर विकास, धर्मेन्द्र प्रधान को शिक्षा, अश्विनी वैष्णव को रेलवे और IT और संचार और अनुराग ठाकुर को सूचना एवं प्रसारण और खेल मंत्रालय दिए गए हैं।