बेंगलुरू: बच्चों में बढ़ रहे कोरोना के मामले, प्रशासन ने तेज की तैयारियां
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित बच्चों की संख्या बढ़ रही है। इस चिंताजनक ट्रेंड को देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों ने बच्चों को महामारी से बचाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस महीने के पहले 10 दिनों में 543 बच्चे संक्रमित पाए जा चुके हैं, जिनमें से 270 लड़के और 273 लड़कियां हैं। राहत की बात यह है कि अधिकतर बच्चों में संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं।
1.5 करोड़ बच्चों का टेस्ट करेगी राज्य सरकार
कर्नाटक सरकार राज्य के 1.5 करोड़ बच्चों और किशोरों का कोरोना वायरस टेस्ट करने के लिए जल्द ही एक अभियान शुरू करने वाली है। टेस्ट के बाद अधिक जोखिम वाले बच्चों की सूची तैयार कर उन पर विशेष निगरानी रखी जाएगी और कमजोर इम्युनिटी वाले बच्चों को पोषण वाला भोजन दिया जाएगा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि इस अभियान को 'आरोग्य नंदना' नाम से जाना जाएगा और जल्द ही मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई इसकी शुरुआत करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने की समीक्षा
स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने बुधवार को बैठक कर बेंगलुरू ग्रामीण में कोरोना संकट का जायाजा लिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने कमजोर इम्युनिटी वाले बच्चों की पहचान कर ली है और उनकी सेहत तंदरुस्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हालिया जांच में पता चला था कि जिले के कई बच्चे निमोनिया, कुपोषण और गुर्दों से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे हैं। सुधाकर ने इनके इलाज अलावा और चेकअप का वादा किया है।
बच्चों के लिए विशेष देखभाल केंद्र
राज्य सरकार और बृह्त बेंगलुरू महानगर पालिका (BBMP) ने कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के लिए ज्यादा खतरा होने की आशंका के चलते स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाया है। कोरोना संक्रमित बच्चों और गर्भवती महिलाओं के इलाज के लिए दक्षिण बेंगलुरू में विशेष कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। इसमें बच्चों के लिए प्ले स्टेशन का इंतजाम किया गया है और दीवारों पर कार्टून बनाए गए हैं। यहां पर बच्चों के साथ उनके परिजन भी रह सकेंगे।
विशेषज्ञ समिति की सिफारिश पर खोले जा रहे स्कूल
राज्य सरकार ने 23 अगस्त से उन जिलों में 9-12वीं कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने का फैसला किया है, जहां पॉजिटिविटी रेट 2 प्रतिशत से कम है। दरअसल, कार्डियोलॉजिस्ट डॉ देवी प्रसाद शेट्टी के नेतृत्व वाली विशेषज्ञ समिति ने राज्य सरकार को अपनी अंतरिम रिपोर्ट में स्कूल और कॉलेज खोलने का सुझाव दिया था। समिति ने कहा कि शिक्षा मौलिक अधिकार है और स्कूल खुलने से बच्चों की मानसिक और शारीरिक सेहत पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
"लोगों को घबराने की जरूरत नहीं"
BBMP ने कहा है कि बच्चों में संक्रमण की दर में बहुत इजाफा नहीं देखा जा रहा और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। शहर के कुल संक्रमितों की संख्या में से 11 प्रतिशत ही बच्चे हैं, जबकि दुनियाभर में यह संख्या करीब 14 प्रतिशत के करीब है। बता दें कि कर्नाटक महामारी से देश का चौथा सर्वाधिक प्रभावित राज्य है। यहां 29,33,192 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें से 37,061 को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
देश में क्या संक्रमण की स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना के 36,401 नए मामले सामने आए और 530 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,23,22,258 हो गई है। इनमें से 3,64,129 सक्रिय मामले हैं और 4,33,049 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। वैक्सीनेशन की बात करें तो भारत में अब तक अब तक वैक्सीन की 56,64,88,433 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। इनमें से 56,36,336 खुराकें बीते दिन लगाई गई थी।