कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के साथ स्कूलों को फिर से खोलने को दी जाए प्राथमिकता- WHO
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के प्रकोप के कम होने के साथ अब राज्यों ने स्कूलों को फिर से खोलने की योजना बनाना शुरू कर दिया है।
इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने भी कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए स्कूलों को फिर से खोलने की वकालत की है।
उन्होंने कहा कि स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और हाथों की स्वच्छता का विशेष रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए।
बयान
'बच्चों पर लंबे समय तक रहेगा कोरोना महामारी का प्रभाव'
डॉ स्वामीनाथन ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए बच्चों पर पड़े कोरोना महामारी के प्रभाव की जानकारी दी।
उन्होंने लिखा, 'बच्चों के मानसिक, शारीरिक और संज्ञानात्मक कल्याण पर लंबे समय तक कोरोना महामारी का प्रभाव रहेगा। ऐसे में स्कूलों को फिर से खोलने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। हालांकि, स्कूलों को खोलने में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क की अनिवार्यता, इनडोर प्रार्थना सभा से बचाव, हाथों की स्वच्छता और सभी वयस्कों का वैक्सीनेशन आवश्यक होना चाहिए।"
जोर
डॉ स्वामीनाथन ने दिया शिक्षकों के वैक्सीनेशन पर जोर
डॉ स्वामीनाथन ने पहले कहा था कि जब तक बच्चों की वैक्सीन उपलब्ध नहीं होती है तब तक बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों में शिक्षकों का वैक्सीनेशन बहुत बड़ा कदम होगा।
उन्होंने कहा, "मुझे बहुत उम्मीद है हमारे पास बच्चों के लिए वैक्सीन जरूर होगी, लेकिन इस साल ऐसा नहीं होगा। ऐसे में हमें सामुदायिक प्रसारण कम होने पर स्कूल खोलने चाहिए और यदि इससे पहले सभी शिक्षकों को वैक्सीन लगाई जाती है तो यह एक बड़ा कदम होगा।"
अपील
डॉ स्वामीनाथन ने लोगों से की कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील
डॉ स्वामीनाथन ने कहा था कि पाबंदियां हटने के साथ बाजारों में फिर से भीड़ बढ़ रही है। ऐसे में लोगों को महामारी से बचने के लिए कम से कम छह महीने तक कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन के कारण लोग थम चुके हैं और अब वह परिवार से मिलने चाहते हैं और पार्टियां करना चाहते हैं, लेकिन यह सावधानियां छोड़ने का समय नहीं है। लोगों को छह महीने सावधान रहना होगा।
स्कूल
देश में कई राज्यों ने फिर से खोले स्कूल
कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने या तो स्कूल फिर से खोल दिए हैं या ऐसा करने की योजना बना रहे हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में लोकसभा में एक सवाल के जवाब में कहा था कि पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा, लक्षद्वीप, पुडुचेरी, नागालैंड और हिमाचल प्रदेश ने स्कूलों को फिर से खोल दिया है।
इसी तरह दिल्ली, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में इस महीने के अंत में स्कूलों के फिर से खुलने की उम्मीद है।
वैक्सीन
भारत में बच्चों के लिए कब उपलब्ध होगी वैक्सीन?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने पिछले दिनों कहा था कि भारत में अगस्त से बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी।
जायडस कैडिला ने 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के वॉलेंटियरों पर तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल पूरा कर लिया है और जल्द ही उसे मंजूरी मिलने की संभावना है।
इसके अलावा, भारत बायोटेक वर्तमान में बच्चों पर कोवैक्सिन का ट्रायल कर रही है। इसी तरह फाइजर और माडर्ना की वैक्सीन भी मिल सकती है।
संक्रमण
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 38,353 नए मामले सामने आए और 497 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,20,36,511 हो गई है। इनमें से 4,29,179 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या लगातार पांचवें दिन कम होकर 3,88,508 हो गई है।
इसी तरह देश में अब तक वैक्सीन की 51,90,80,524 खुराकें लगाई जा चुकी है, जो कुल आबादी का 29 प्रतिशत हिस्सा है।