बेंगलुरू: दक्षिण अफ्रीका से आए यात्री में अलग वेरिएंट, पहचान के लिए चर्चा जारी- स्वास्थ्य मंत्री
बेंगलुरू में कोरोना संक्रमित पाए गए दो विदेशी नागरिकों में से एक में कोरोना वायरस का अलग वेरिएंट मिला है। शुरुआत में बताया गया था कि दक्षिण अफ्रीका से आए इन यात्रियों में डेल्टा वेरिएंट पाया गया है, लेकिन कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने कहा कि इनमें से एक यात्री में 'डेल्टा वेरिएंट से अलग वेरिएंट' पाया गया है। हालांकि, अभी तक इस यात्री में ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है।
ICMR और स्वास्थ्य मंत्रालय से मांगी सलाह
कर्नाटक सरकार ने विदेशी यात्री में मिले वेरिएंट को लेकर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से सलाह मांगी है। सुधाकर ने कहा, "मैं ओमिक्रॉन वेरिएंट मिलने पर टिप्पणी नहीं करुंगा। एक 63 वर्षीय व्यक्ति में डेल्टा से अलग वेरिएंट मिला है।"
गंभीर रूप से बीमार नहीं कर रहा ओमिक्रॉन- सुधाकर
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "मैंने अपने साथियों और दक्षिण अफ्रीका समेत कई देशों के मेडिकल विशेषज्ञों से बात की है। राहत देने वाली बात है कि जिन डॉक्टरों ने ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित मरीजों का इलाज किया है, वो कह रहे हैं कि यह वेरिएंट तेजी से फैलता है, लेकिन डेल्टा जितना खतरनाक नहीं है और इससे लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं होते।" उन्होंने बताया कि इस कारण अस्पतालों पर बोझ भी नहीं बढ़ा है।
मंगलवार को कर्नाटक सरकार करेगी बैठक
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, डॉ सुधाकर ने बताया कि 1 दिसंबर तक नए वेरिएंट और उसके पैटर्न को लेकर रिपोर्ट मिल जाएगी। अभी विदेशों से आने वाले यात्रियों की मॉनिटरिंग की जा रही है। टेक्निकल एडवायजरी समिति लगातार राज्य के स्वास्थ्य विभाग के संपर्क में है और मंगलवार को बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। बता दें कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के बाद उपजी चिंताओं के बीच कर्नाटक सरकार ने कड़े ऐहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
कर्नाटक ने उठाए ऐहतियाती कदम
शनिवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी। इसमें फैसला लिया गया कि दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग से आए लोगों को संक्रमित मिलने पर 10 दिन के लिए संस्थागत क्वारंटीन किया जाएगा। बैठक के बाद जारी आदेश में कहा गया कि हवाई अड्डों पर विदेशों से आने वाले यात्रियों की कड़ी स्क्रीनिंग होगी और महाराष्ट्र और केरल से लौटने वालों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है।
कर्नाटक ने केंद्र सरकार से बूस्टर शॉट की इजाजत मांगी
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिन लोगों ने वैक्सीन की दूसरी खुराक नहीं ली है, उनका पता लगाकर उन्हें वैक्सीनेट किया जाए। सरकार ने सरकारी दफ्तरों, मॉल, सिनेमाहॉल, चिड़ियाघर, स्विमिंग पूल और लाइब्रेरी में काम करने वाले लोगों के लिए दूसरी खुराक लगवाना अनिवार्य कर दिया है। साथ ही राज्य ने केंद्र सरकार से बूस्टर शॉट (आम भाषा में तीसरी खुराक) लगाने की इजाजत मांगी थी।
कर्नाटक में संक्रमण की क्या स्थिति?
कर्नाटक महामारी के कारण महाराष्ट्र और केरल के बाद देश का तीसरा सर्वाधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है। यहां 29,95,600 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है, जिनमें से 38,198 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
देश में कितने लोग संक्रमित?
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 8,309 नए मामले सामने आए और 236 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,45,80,832 हो गई है। इनमें से 4,68,790 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 1,03,859 रह गई है। सरकार का कहना है कि तीसरी लहर से बचने के लिए लोगों को दिसंबर तक विशेष सावधानी बरतनी होगी।