कर्नाटक: येदियुरप्पा ने दिया मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा, भावुक हुए
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल थावरचंद गहलोत को अपना इस्तीफ सौंपा। अगले मुख्यमंत्री के शपथ लेने तक वो ही कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहेंगे। येदियुरप्पा ने कल ही साफ कर दिया था कि उनके मुख्यमंत्री बने रहने पर भाजपा शीर्ष नेतृत्व का फैसला आज (रविवार) या कल आ सकता है। राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, अभी इसका ऐलान नहीं हुआ है।
ऐलान करते वक्त भावुक हुए येदियुरप्पा
इससे पहले विधानसभा में अपने इस्तीफे का ऐलान करते वक्त येदियुरप्पा भावुक भी हो गए। आंखों में आंसुओं के साथ उन्होंने कहा, "जब अटल बिहारी वाजयेपी प्रधानमंत्री थे, उन्होंने मुझसे केंद्र में मंत्री बनने को कहा था। लेकिन मैंने कहा कि मैं कर्नाटक में ही रहूंगा... कर्नाटक में भाजपा का बहुत विकास हो गया है।" अपने संघर्ष पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "मेरे लिए हमेश अग्निपरीक्षा की स्थिति रही है। इन आखिरी के दो सालों में कोविड ने परीक्षा ली।"
काफी समय से चल रही थीं येदियुरप्पा के इस्तीफा देने की अटकलें
बता दें कि बीते कई हफ्तों से येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की अटकलें चल रही हैं। इन अटकलों के बीच उन्होंने इसी महीने दिल्ली आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। इसके बाद उनके इस्तीफा देने की अटकलें और तेज हो गई थीं। हालांकि येदियुरप्पा कहते रहे कि पार्टी ने उनसे इस्तीफा देने को नहीं कहा है और पार्टी अध्यक्ष जो भी फैसला लेंगे, उन्हें मंजूर होगा।
येदियुरप्पा के समर्थन में उतर आया था लिंगायत समुदाय और संत
येदियुरप्पा के इस्तीफे की अटकलों के बीच लिंगायत समुदाय ने उनके समर्थन में शक्ति प्रदर्शन भी किया था। येदियुरप्पा इसी समुदाय से आते हैं। इस समुदाय और अन्य मठों से जुड़े कई संत उनसे मुलाकात करने भी आ रहे थे और उनके घर पर संतों का जमावड़ा लगा रहता था। संतों ने येदियुरप्पा से अपना कार्यकाल पूरा करने की अपील की थी और वे उनके समर्थन में बेंगलुरू में एक महासम्मेलन करने की योजना भी बना रहे थे।
मुख्यमंत्री पद के लिए स्वतंत्र विचारों वाला नेता ढूढ़ रहा है शीर्ष नेतृत्व
भाजपा के सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि शीर्ष नेतृत्व येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के तौर पर ऐसे नेता की तलाश कर रहा है जो स्वतंत्र विचारों वाला हो, पार्टी के अंदर या बाहर के समूहों से प्रभावित न हो, विधायक जिसकी सम्मान करें और जो पार्टी के गर्वनेंस के एजेंडा को लागू कर सके। पद के लिए अपने दावे को मजबूत करने के लिए कई नेता दिल्ली जा चुके हैं, हालांकि अंतिम फैसला अभी नहीं हुआ है।
किसी दलित नेता को बनाया जा सकता है अगला मुख्यमंत्री
यूं तो भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी पर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है, लेकिन अटकलें हैं कि दलित समुदाय से आने वाले किसी नेता को कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी भाजपा नेतृत्व से दलित समुदाय के किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाने की अपील की है। जब येदियुरप्पा से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये फैसला हाईकमान लेगा।