ओमिक्रॉन के मद्देनजर कर्नाटक ने उठाए ऐहतियाती कदम, कड़ी होगी विदेशी यात्रियों की स्क्रीनिंग
कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के बाद उपजी चिंताओं के बीच कर्नाटक सरकार ने कड़े ऐहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अब हवाई अड्डों पर विदेशों से आने वाले यात्रियों की कड़ी स्क्रीनिंग होगी और महाराष्ट्र और केरल से लौटने वालों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। शनिवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने एक उच्च स्तरीय बैठक की थी, जिसके बाद इन कदमों का ऐलान किया गया है। आइये पूरी खबर जानते हैं।
संक्रमित लोगों को शहरों में प्रवेश नहीं
सरकारी आदेश में कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग से आए लोगों को संक्रमित मिलने पर 10 दिन के लिए संस्थागत क्वारंटीन किया जाएगा। साथ ही जो यात्री पिछले 15 दिनों में इन देशों से आए हैं, उन्हें RT-PCR टेस्ट कराना होगा। मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि संक्रमित लोगों को शहरों में प्रवेश नहीं मिलेगा। हवाई अड्डे पर जो लोग संक्रमित पाए जाएंगे, उन्हें सीधा अस्पताल भेजा जाएगा।
इन लोगों के लिए दूसरी खुराक लेना जरूरी
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिन लोगों ने वैक्सीन की दूसरी खुराक नहीं ली है, उनका पता लगाकर उन्हें वैक्सीनेट किया जाए। सरकार ने सरकारी दफ्तरों, मॉल, सिनेमाहॉल, चिड़ियाघर, स्विमिंग पूल और लाइब्रेरी में काम करने वाले लोगों के लिए दूसरी खुराक लगवाना अनिवार्य कर दिया है। बैठक में शामिल हुए राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा कि फिलहाल स्कूल और कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अस्थायी रोक लगाई गई है।
केरल से आने वाले छात्रों पर विशेष निगाह
कर्नाटक में केरल से आने वाले छात्रों पहले RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट आने के सातवें दिन एक और टेस्ट करवाना होगा। यह केवल उन छात्रों पर लागू होगा, जो बीते 16 दिनों में कर्नाटक पहुंचे हैं। साथ ही सरकार ने मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों में टेस्टिंग बढ़ाने का फैसला किया है। गौरतलब है कि कर्नाटक में SDM मेडिकल कॉलेज समेत कई कॉलेज कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बन गए हैं और यहां सैकड़ों छात्र संक्रमित पाए जा चुके हैं।
केंद्र से बूस्टर शॉट की इजाजत मांगी
संभावित तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए कर्नाटक ने केंद्र सरकार से बूस्टर शॉट (आम भाषा में तीसरी खुराक) लगाने की इजाजत मांगी है। अशोक ने बताया, "हमने केंद्र से खासकर फ्रंटलाइन कर्मियों को बूस्टर शॉट लगाने की इजाजत मांगी है। हमें हफ्तेभर में अनुमति मिलने की उम्मीद है।" बता दें कि केरल भी केंद्र सरकार से ऐसी मांग कर चुका है और दिल्ली हाई कोर्ट ने भी सरकार से इस मामले में स्टैंड पूछा है।
ओमिक्रॉन को लेकर बाकी राज्य क्या कदम उठा रहे?
मुंबई में दक्षिण अफ्रीका से लौटने वाले सभी यात्रियों को क्वारंटाइन किया जाएगा और इनके सैंपल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे। गुजरात सरकार ने यूरोप, ब्रिटेन, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे और हांगकांग से आने वाले सभी यात्रियों का हवाई अड्डों पर RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नए वेरिएंट से प्रभावित देशों की उड़ानों पर रोक लगाने की मांग की है।
ओमिक्रॉन को 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दे चुका WHO
सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाए गए ओमिक्रॉन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया है। इस वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हुई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि एक ही वेरिएंट में इतनी म्यूटेशन खतरे की घंटी है और यह वेरिएंट अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। दक्षिण अफ्रीका के अलावा अभी तक ब्रिटेन, हांगकांग, बोत्सवाना, इटली और जर्मनी में इसके मामले सामने आ चुके हैं।