खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की कथित साजिश में भारत को अमेरिकी कोर्ट का समन
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश में अमेरिका की कोर्ट ने भारत सरकार को तलब किया है। न्यूयॉर्क में दक्षिणी जिले की अमेरिका जिला कोर्ट ने यह समन पन्नू द्वारा अपनी हत्या की साजिश का आरोप लगाते हुए दीवानी मुकदमा दायर करने के बाद जारी किया है। समन में भारत सरकार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल, पूर्व RAW प्रमुख सामंत गोयल, RAW एजेंट विक्रम यादव और भारतीय व्यवसायी निखिल गुप्ता का नाम शामिल है।
21 दिनों में दाखिल करना है जवाब
कोर्ट के समन में नई दिल्ली और नामित लोगों को 21 दिनों के भीतर जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है। मामले में केंद्र सरकार ने अभी तक समन का जवाब नहीं दिया है। पन्नू ने अपने एक्स हैंडल पर समन की एक प्रति साझा की थी। हालांकि, भारत में यह अकाउंट निलंबित है। बता दें, पन्नू को केंद्र सरकार ने 2020 में आतंकवादी घोषित किया था। वह भारतीय नेताओं और संस्थाओं को धमकियां देने के लिए कुख्यात है।
क्या है पन्नू की हत्या की साजिश का मामला?
22 नवंबर, 2023 को फाइनेंशियल टाइम्स ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से कहा था कि अमेरिका ने खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश को नाकाम किया था। अमेरिकी सरकार ने भारत के इस साजिश में शामिल होने का आरोप लगाते हुए भारत को 'चेतावनी' जारी की थी। ये सामने नहीं आया कि ये साजिश अमेरिका की चेतावनी के बाद स्थगित की गई या संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने इसमें हस्तक्षेप किया।
कौन है पन्नू?
पन्नू खालिस्तान सममर्थित संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का प्रमुख है। उसके पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है। वह कनाडा में लगातार भारत विरोधी कृत्य करता है। विदेश मंत्रालय ने उसकी हत्या की साजिश पर चिंता जताते हुए जांच शुरू की थी।