भारतीय-अमेरिकी सांसदों की चेतावनी, बोले- पन्नू मामले में संबंधों को पहुंच सकता है नुकसान
खालिस्तान समर्थक और सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश को लेकर भारत और अमेरिका के संबधों में तल्खियां बढ़ गई हैं। इस बीच भारतीय-अमेरिकी सांसदों ने मामले में कथित रूप से शामिल भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि यह आरोप बेहद चिंताजनक हैं और इससे भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंच सकता है।
क्या है मामला?
52 साल के भारतीय नागरिक गुप्ता पर पैसे देकर अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या करवाने की साजिश के आरोप लगे हैं। गुप्ता पर अगर आरोप साबित हो जाते हैं तो उसे 10 साल की जेल की सजा हो सकती है। इससे पहले अमेरिका के अनुरोध पर 30 जून को चेक रिपब्लिक में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में भारत सरकार जांच के लिए पहले ही एक कमेटी के गठन का ऐलान कर चुकी है।
मामले में बाइडन प्रशासन की ब्रीफिंग के बाद जारी किया बयान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार को भारतीय-अमेरिकी सांसदों अमि बेरा, प्रमिला जयपाल, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति और थानेदार ने गुप्ता के अभियोग पर जो बाइडन प्रशासन की ओर से क्लासिफाइड ब्रीफिंग के बाद यह बयान जारी किया। उन्होंने कहा, "संसद के सदस्य के तौर पर अपने नागरिकों की सुरक्षा और बेहतरी हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। निखिल गुप्ता पर अमेरिकी सरकार के अभियोग में जो आरोप लगाए गए हैं, वे वाकई चिंताजनक हैं।"
भारतीय-अमेरिकी सांसदों ने क्या कहा?
भारतीय-अमेरिकी सासंदों ने कहा, "हमारा मानना है कि भारत-अमेरिका के बीच सहयोग दोनों देशों के लोगों के जीवन पर सार्थक प्रभाव डाला है, लेकिन हमारी चिंता है कि अभियोग में अगर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो दोनों देशों की अहम साझेदारी को काफी नुकसान पहुंच सकता है।" उन्होंने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि भारत सरकार मामले की पूरी तरह जांच करे और इसमें शामिल अधिकारियों को जवाबदेह ठहराए और यह आश्वासन दे कि दोबारा से ऐसा नहीं होगा।"
सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है मामला
इस बीच गुप्ता ने अपने परिजनों के जरिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। 'मिस्टर एक्स' नाम से दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में उन्होंने भारत सरकार से मामले में हस्तक्षेप कर उन्हें चेक गणराज्य की जेल से छुड़ाने का अनुरोध किया है। उनका दावा है कि हिरासत में उसे जबरन गोमांस और सूअर का मांस खाने के लिए मजबूर किया गया, जो उसकी धार्मिक मान्यताओं और मौलिक अधिकारों का सीधा उल्लंघन है। याचिका पर सुनवाई 4 जनवरी को होनी है।
न्यूजबाइट्स प्लस
गुरपतवंत सिंह पन्नू अमृतसर के खानकोट गांव से आता है और पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई के बाद विदेश चला गया था। तभी से वो कनाडा तो कभी अमेरिका में रह रहा है। यहां से वो खालिस्तानी गतिविधियों को अंजाम देता है और समय-समय पर वीडियो जारी कर भारत के खिलाफ जहर उगलता है। उसी ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की मदद से खालिस्तानी संगठन SFJ का गठन किया था। भारत ने पन्नू को आतंकवादी घोषित किया हुआ है।