रूस में बगावत: सैनिक समूह वागनर ने रोस्तोव में प्रवेश किया, मॉस्को में हाई-अलर्ट
रूस की सरकार और भाड़े के सैनिक समूह वागनर में खींचतान बढ़ गई है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वागनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन पर सशस्त्र विद्रोह बढ़ाने का आरोप लगाया है और उनकी गिरफ्तारी का आदेश दिया है। खबर है कि वागनर के कई लड़ाके यूक्रेनी सैनिकों के साथ मिलकर रूस के रोस्तोव शहर में प्रवेश कर गए हैं। इसके बाद रूस के महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
कई जगहों पर रूसी सीमा में घुसे वागनर के सैनिक
प्रिगोजिन ने दावा किया है कि उनके सैनिकों ने यूक्रेन के साथ मिलकर कई जगहों पर रूस की सीमा में प्रवेश कर लिया है। एक ऑडियो रिकॉर्डिंग में प्रिगोजिन कह रहे हैं कि जब उनके सैनिकों ने सीमा पार की तो वहां मौजूद रूसी सैनिकों ने उन्हें गले लगाने का काम किया, जबकि रूसी सैनिकों को उन्हें रोकने का आदेश दिया गया था। प्रिगोजिन ने कहा कि वे यूक्रेनी सीमा के पास रोस्तोव में प्रवेश कर रहे हैं।
प्रिगोजिन बोले- रास्ते में आने वाली हर चीज तबाह कर देंगे
प्रिगोजिन ने कहा, "हम आगे बढ़ रहे हैं और अंत तक जाएंगे। जो भी हमारे रास्ते में आएगा, उसे तबाह कर देंगे।" मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक वीडियो में प्रिगोजिन ने रूस के नेतृत्व को उखाड़ फेंकने के लिए 25,000 सैनिकों को तैनात करने की कसम खाई। उन्होंने कहा, "जो कोई भी विरोध करने की कोशिश करेगा, हम उन्हें खतरा मानेंगे और हमारे रास्ते में आने वाली सभी चौकियों सहित उन्हें तुरंत नष्ट कर देंगे।"
रूस में बढ़ाई गई सुरक्षा
वागनर की बगावत के बाद रूस में सुरक्षा बढ़ाई गई है। मॉस्को की सड़कों पर टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों के वीडियो सामने आए हैं। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन की सुरक्षा के लिए भी टैंक तैनात किए गए हैं। खबर है कि आंतरिक मंत्रालय की इमारत के प्रवेश और निकास द्वार को बंद कर दिया गया है। राजधानी आने वाले हाईवे को बंद किया गया है। रूस की संसद ड्यूमा के आसपास भी सुरक्षा बढ़ाई गई है।
क्यों भड़क उठा वागनर समूह?
प्रिगोजिन का आरोप है कि वागनर के प्रशिक्षण कैंप पर क्रेमलिन के आदेश पर मिसाइलों से हमले किए गए। प्रिगोजिन का कहना है कि इन हमलों में उसके कई सैनिक मारे गए हैं और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई सोइगु, रूसी सैन्य जनरलों के साथ मिलकर वागनर ग्रुप को तबाह करना चाहते हैं। इससे पहले भी प्रिगोजिन ने वीडियो साझा कर रूसी रक्षा मंत्रालय पर उनके सैनिकों को पर्याप्त हथियार और संसाधन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया था।
कौन है येवगेनी प्रिगोजिन?
प्रिगोजिन ही वर्तमान में वागनर समूह के मुखिया हैं। यह एक तरह की निजी सेना है, जो रूस की सेना की मदद करती है। प्रिगोजिन इससे पहले एक रेस्तरां चलाते थे। कहा जाता है कि इस रेस्तरां में पुतिन भी खाने के लिए आते थे और यहीं से दोनों के बीच दोस्ती बढ़ी। प्रिगोजिन पर युद्ध अपराध और मानवाधिकारों के उल्लंघन से जुड़े कई आरोप लगते रहे हैं। इससे पहले कई युद्धों में उनका वागनर समूह सक्रिय रहा है।