
यूक्रेनी सैनिक ने रूसी टैंकों को रोकने के लिए खुद को पुल सहित बम से उड़ाया
क्या है खबर?
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का आज तीसरा दिन है। रूस की सेना राजधानी कीव के बाहरी क्षेत्रों में दाखिल हो गई है और जगह-जगह मिसाइल और बम दाग रही है। यूक्रेन के सैनिक भी उनका दिलेरी के साथ मुकाबला कर रहे हैं।
इसी बीच यूक्रेनी सैनिक की जाबांजी का कारनामा सामने आया है। उस सैनिक ने रूसी सेना के टैंकों को रोकने के लिए एक पुल पर खड़े होकर खुद को बम से उड़ा दिया।
घटना
हेनिचेस्क पुल पर तैनात था यूक्रेनी सैनिक
इंडिया टुडे के अनुसार, यूक्रेन की सेना ने कहा है कि शहीद होने वाला सैनिक क्रीमियन इस्तमुस पर मरीन की एक बटालियन में तैनात इंजीनियर विटाली वलोडिमिरोविच शाकुन है।
सेना ने कहा कि जब रूसी सेना क्रीमिया के पास खेर्सन इलाके में तेजी से बढ़ रही थी तो विटाली को हेनिचेस्क पुल पर तैनात किया गया था। इस दौरान विटाली ने रूसी टैंकों को शहर में दाखिल होने से रोकने के लिए खुद को पुल सहित बम से उड़ा दिया।
माइंस
विटाली ने माइंस बिछाकर दिया घटना को अंजाम
यूक्रेन की सेना के अनुसार, विटाली ने जिस पुल को ध्वस्त किया है, वह रूस के अधिकार वाले क्रीमिया को यूक्रेन से जोड़ता है। यदि वह पुल का नहीं उड़ाता तो रूसी सैनिक टैंक सहित शहर में दाखिल हो जाते और इसके गंभीर परिणाम सामने आते।
सेना ने कहा कि रूसी टैंकों को देखकर विटाली ने पुल के नीचे माइंस बिछा दी और टैंकों के आने के साथ ही धमाका कर दिया। इसमें विटाली ने अपनी जान दे दी।
सलामी
यूक्रेन की सेना ने विटाली को किया सलाम
यूक्रेन की सेना ने कहा कि योजना के अनुसार विटाली ने पुल पर माइंस बिछाने के बाद वहां निकलने का प्रयास किया था, लेकिन तब तक रूसी टैंक काफी नजदीक आ गए थे। ऐसे में उसने उन्हें रोकने के लिए पुल के साथ खुद को भी उड़ा दिया।
सेना ने कहा कि पूर देश विटाली की बहादुरी को सलाम करता है और उनके योगदान को कभी नहीं भुला पाएगा। विटाली को मरणोपरांत राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
दावा
यूक्रेन ने किया 3,500 रूसी सैनिकों को मार गिराने का दावा
पिछले तीन दिन से रूसी सेना यूक्रेन पर हमले कर रही है। कई रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है रूसी सेना राजधानी कीव के बाहरी इलाकों तक पहुंच गई है और तेजी से हमले कर रही है।
इधर, यूक्रेन ने दावा किया है कि उसकी सेना डटकर मुकाबला कर रही है और उसने रूस के 3,500 सैनिक मार गिराए हैं। इसके अलावा 14 लड़ाकू विमान, आठ हेलिकॉप्टर, 536 सैन्य वाहन, 15 आर्टिलरी सिस्टम और 102 टैंकों को नष्ट किया है।