व्लादिमीर पुतिन के जिंदा होने का पूरा यकीन नहीं- यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को लेकर बड़ा दावा किया है। दावोस में चल रही वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें पूरी तरह यकीन नहीं है कि रूसी राष्ट्रपति जिंदा हैं और वही रूस में फैसले ले रहे हैं। रूस के साथ शांति वार्ता को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में जेलेंस्की ने यह बात कही।
क्या बोले जेलेंस्की?
जेलेंस्की ने कहा, "मुझे समझ नहीं आता कि किससे और किस बारे में बात करूं। मुझे पूरा यकीन नहीं है कि रूस के राष्ट्रपति, जो कई बार क्रोमा की के सामने आते हैं, असल में वही है।" दरअसल, क्रोमा की एक विजुअल इफेक्ट्स तकनीक होती है, वीडियो में दिख रहे व्यक्ति के पीछे का बैकग्राउंड बदल दिया जाता है। कई लोगों का मानना है कि टीवी पर देने वाले भाषणों में पुतिन इसका इस्तेमाल करते
कूटनीति का कोई फायदा नहीं हुआ- जेलेंस्की
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि उनके देश ने कूटनीति के जरिये अपने इलाके स्वतंत्र कराने की कोशिश की थी, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। अपने संबोधन के दौरान जेलेंस्की ने फिर दोहराया कि यूक्रेन रूस के कब्जे वाले क्रीमिया को भी आजाद कराने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, "क्रीमिया हमारा समुद्र और पहाड़ हैं। हमें अपने हथियार दीजिए और हम हमारे इलाके को वापस पा लेंगे।" बता दें, क्रीमिया पर रूस ने कब्जा किया हुआ है।
क्रीमिया में हमले कर चुका है यूक्रेन
रूस की तरफ से युद्ध शुरू करने के बाद यूक्रेन ने क्रीमिया पर दोबारा अपना नियंत्रण स्थापित करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। यूक्रेनी सेना ने क्रीमिया में रूस के हवाई और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था। बता दें कि यूक्रेन की हवाई सुरक्षा उसके लिए कमजोर कड़ी साबित हो रही है उसने अपने सहयोगी देशों से और हथियारों की मांग की है ताकि रूस के हमलों का जवाब दिया जा सके।
24 फरवरी से जारी है यूक्रेन युद्ध
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध 24 फरवरी से जारी है और इसे लगभग 11 महीने का समय हो गया है। इस दौरान वैश्विक समुदाय ने कई मौकों पर पुतिन से युद्ध को समाप्त करने की मांग की है, लेकिन यूक्रेन पर आक्रमण अभी भी जारी है। इस युद्ध में दोनों तरफ हजारों सैनिकों की मौत हुई है और लाखों यूक्रेनियन नागरिकों को विस्थापित होना पड़ा है।युद्ध के चलते रूस पर कई प्रतिबंध भी लग चुके हैं।