
अमेरिका ने यूक्रेन खनिज समझौते में नई मांग रखी, अहम गैस पाइपलाइन का नियंत्रण मांगा
क्या है खबर?
अमेरिका और यूक्रेन के बीच खनिज समझौते को लेकर बातचीत का एक नया दौर शुरू हो गया है। इस दौरान अमेरिका ने यूक्रेन के सामने अहम मांग रखी है।
अमेरिका का कहना है कि यूक्रेन उसे रूस की उस गैस पाइपलाइन का नियंत्रण सौंप दे, जिसके जरिए रूस यूरोप को गैस भेजता है।
रूस में इस पाइपलाइन का संचालन सरकारी कंपनी गैजप्रोम करती है। अमेरिका इसका नियंत्रण अंतरराष्ट्रीय विकास वित्त निगम को सौंपना चाहता है।
मांग
अमेरिका ने और क्या मांग रखी?
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने मांगों का जो नया मसौदा यूक्रेन को सौंपा है, वो फरवरी में सौंपे गए मूल प्रस्ताव की तुलना में 'विस्तृत' है।
पिछले प्रस्ताव में अमेरिका ने 500 बिलियन डॉलर मूल्य की दुर्लभ धातुओं के साथ-साथ तेल और गैस देने का प्रस्ताव रखा था।
अमेरिका ने प्रस्ताव रखा कि यूक्रेन को सरकारी और निजी कंपनियों द्वारा प्राकृतिक संसाधनों के इस्तेमाल से होने वाली सारी आय को एक संयुक्त निवेश कोष में रखना होगा।
वजह
यूक्रेन से खनिज समझौता क्यों कर रहा है अमेरिका?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन के खनिज भंडारों पर नियंत्रण चाहते हैं।
ट्रंप चाहते हैं कि बाइडन प्रशासन के दौरान अमेरिका ने यूक्रेन को हथियार भेजकर जितनी भी मदद की थी, उसके बदले वह अपने देश के प्राकृतिक संसाधनों को अमेरिका को भुगतान के तौर पर दे।
ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिका ने यूक्रेन को 300 से 350 अरब डॉलर की सहायता दी है और अब वह खनिज समझौते के जरिए उस धन को वापस लेना चाहते हैं।
वार्ता
अब तक कहां तक पहुंची वार्ता?
28 फरवरी को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की समझौते पर चर्चा के लिए अमेरिका गए थे। हालांकि, वहां उनकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ गरमागरम बहस हो गई थी।
इसके बाद जेलेंस्की चर्चा बीच में ही छोड़कर आ गए थे।
रॉयटर्स के मुताबिक, नई वार्ता भी तनावपूर्ण माहौल में हो रही है। एजेंसी ने एक सूत्र का हवाला देते हुए कहा कि बैठक के 'विरोधी' माहौल को देखते हुए सफलता की संभावना कम ही है।
यूक्रेन
समझौते के लिए यूक्रेन की क्या मांग है?
जेलेंस्की खनिज समझौते के बदले अमेरिका से सुरक्षा गारंटी की मांग कर रहे हैं, लेकिन अमेरिका ने इससे साफ इनकार कर दिया है।
हाल ही में जेलेंस्की ने कहा था, "खनिज समझौता दोनों देशों के लिए लाभदायक होना चाहिए और इसे इस तरह से तैयार किया जाना चाहिए कि इससे यूक्रेन के आधुनिकीकरण में मदद मिले। मैं केवल यूक्रेन की रक्षा कर रहा हूं। यह अमेरिका और यूक्रेन दोनों के लिए लाभकारी होना चाहिए। ऐसा करना सही है।"79 / 80
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
अमेरिका जिस गैस पाइपलाइन पर नियंत्रण चाहता है, वो पश्चिमी रूस के सुदझा शहर से यूरोपीय संघ (EU) और स्लोवाकिया की सीमा पर स्थित यूक्रेनी शहर उझोरोद तक जाती है।
सोवियत काल में बनी इस पाइपलाइन को यूक्रेन ने इस साल 1 जनवरी को बंद कर दिया था, क्योंकि गैजप्रोम के साथ 5 साल का अनुबंध समाप्त हो गया था।
इस प्रमुख पाइपलाइन से रूस और यूक्रेन दोनों को हर साल अरबों रुपयों की कमाई होती है।