इटली में प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से की मुलाकात, मैक्रों-सुनक से भी मिले
क्या है खबर?
G-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इटली गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात की।
वे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से मिले और उन्हें गले लगाया। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच बैठक हुई।
मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से भी मुलाकात की। आज ही मोदी इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के संग भी बैठक करेंगे।
जेलेंस्की
यूक्रेन युद्ध के बीच जेलेंस्की के साथ हुई बैठक
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की से मुलाकात की है। पिछले साल भी मोदी ने G-7 शिखर सम्मेलन के दौरान ही जेलेंस्की से मुलाकात की थी।
युद्ध शुरू होने के बाद दोनों नेताओं के बीच ये दूसरी मुलाकात है। मोदी पहले कह चुके हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध को बातचीत के जरिए ही सुलझाया जा सकता है।
इसके अलावा पोप फ्रांसिस के साथ भी मोदी द्विपक्षीय वार्ता कर सकते हैं।
सुनक
सुनक से किन मुद्दों पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने शिखर सम्मेलन से इतर अपुलिया में सुनक के साथ द्विपक्षीय बैठक की।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने 'एक्स' पर लिखा, 'मैंने NDA सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। सेमीकंडक्टर, प्रौद्योगिकी और व्यापार जैसे क्षेत्रों में संबंधों को गहरा करने की काफी गुंजाइश है। हमने रक्षा क्षेत्र में संबंधों को और मजबूत करने पर भी बात की है।'
मैक्रों
मैक्रों से क्या हुई बात?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपुलिया में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की।
उन्होंने कहा, "दोनों नेताओं ने रक्षा, परमाणु, अंतरिक्ष, शिक्षा के क्षेत्रों सहित साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। जलवायु कार्रवाई, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, कनेक्टिविटी और संस्कृति पर भी उन्होंने प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।"
प्रधानमंत्री ने मैक्रों के साथ मुलाकात के फोटो भी साझा किए हैं।
कार्यक्रम
क्या है प्रधानमंत्री का दिनभर का कार्यक्रम?
प्रधानमंत्री अपने एक दिन के दौरे में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की ओर से आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्यसागरीय क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने वाले एक सत्र में हिस्सा लेंगे। इस सत्र में पोप फ्रांसिस भी शामिल होंगे। यहां मोदी की उनसे मुलाकात संभव है।
कहा जा रहा है कि जो बाइडन के साथ भी मोदी बैठक कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक निर्धारित नहीं है।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
G-7 यानी ग्रुप ऑफ सेवन। ये दुनिया के 7 सबसे विकसित और अमीर देशों का समूह है। वर्तमान में इसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। भारत इसका हिस्सा नहीं है।
G-7 बनने की शुरुआत 1973 में हुई थी। शुरुआत में समूह में 6 देश थे। 1976 में इसमें कनाडा शामिल हुआ और समूह G-7 बन गया।
इसके बाद इसमें रूस शामिल हुआ और समूह G-8 बन गया, लेकिन रूस 2014 में इससे अलग हो गया।