रूस के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार 2023 में दोगुना हुआ, तेल का प्रमुख आयातक बना
यूक्रेन से युद्ध के कारण प्रतिबंध झेल रहे रूस को व्यापार में भले ही पश्चिमी देशों से झटका लगा हो, लेकिन भारत से उसका द्विपक्षीय व्यापार बढ़ता जा रहा है। 2023 में दोनों के बीच यह व्यापार दोगुना हो गया। यह खुलासा रूस के सबसे बड़े ऋणदाता सेबरबैंक के उप-मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनातोली पोपोव ने किया। उन्होंने रॉयटर्स को बताया कि भारत-रूस का व्यापार तेजी से बढ़ रहा है और द्विपक्षीय भुगतान भी बिना किसी बाधा के हो रहा है।
2023 में द्विपक्षीय व्यापार 5,456 अरब रुपये के पार
पोपोव ने बताया कि 2023 में भारत के साथ रूस का व्यापार करीब दोगुना होकर 5,456 अरब रुपये हो गया है। यह आगे और बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि यूक्रेन में संघर्ष के कारण 2022 में पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बाद भारत रूसी तेल का प्रमुख आयातक बन गया है। पोपोव ने बताया कि 2022 में भारतीय बाजार में रूसी व्यवसायों की रूचि बढ़ी है क्योंकि यह बाजार एक विकल्प के रूप में काम करता है।
सेबरबैंक से होते हैं भारत और रूस के बीच सभी लेन-देन
सेबरबैंक से भारत को रूस से होने वाले सभी निर्यातों का 70 प्रतिशत तक भुगतान किया जाता है। सेबरबैंक की दिल्ली और मुंबई में शाखा कार्यालय हैं। साथ ही बेंगलुरु में एक IT केंद्र है। इस साल बैंक में भारतीय कर्मचारियों की संख्या में 150 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। बेंगलुरु IT हब के लिए भी 300 कर्मचारियों की नियुक्ति होनी है। पश्चिमी देशों में सेबरबैंक प्रतिबंधित है, वह अमेरिकी डॉलर और यूरो में लेन-देन नहीं कर सकता।