
डोनाल्ड ट्रंप जल्द ही दवाओं पर लगाएंगे टैरिफ, भारत पर क्या होगा असर?
क्या है खबर?
टैरिफ को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अभियान रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब उन्होंने दवाओं पर भी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है।
ट्रंप ने कहा कि चीन और भारत जैसे देशों से आने वाली सस्ती दवाओं ने अमेरिकी दवा उद्योग को कमजोर किया है।
अमेरिका भारतीय दवाओं के लिए बड़ा निर्यात बाजार रहा है। ऐसे में इस कदम का भारत पर व्यापक असर पड़ना तय है।
बयान
दवाओं पर टैरिफ को लेकर ट्रंप ने क्या कहा?
नेशनल रिपब्लिकन कांग्रेसनल समिति के एक कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा, "हम दवा आयात पर बहुत बड़ा कुछ करने जा रहे हैं। इस पर बड़ा टैरिफ आने वाला है। दूसरे देश दवाओं की कीमतों को कम रखने के लिए बहुत ज्यादा दबाव बनाते हैं। वहां ये कंपनियां सस्ती दवा बेचती हैं लेकिन अमेरिका में ऐसा नहीं होता है। एक बार जब इन दवा कंपनियों पर टैरिफ लग जाएगा तो ये सारी कंपनियां अमेरिका वापस आ जाएंगी।"
असर
भारत पर क्या होगा असर?
फार्मास्यूटिकल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में भारत के 2.41 लाख करोड़ रुपये के दवा निर्यात में से 31 प्रतिशत अमेरिका को किया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत अमेरिका में इस्तेमाल होने वाली 45 प्रतिशत जेनेरिक और 15 प्रतिशत बायोसिमिलर दवाओं की आपूर्ति करता है।
डॉक्टर रेड्डीज, अरबिंदो फार्मा, जाइडस लाइफसाइंसेज और सन फार्मा जैसी कंपनियां अपने कुल राजस्व का 30 से 50 प्रतिशत अमेरिकी बाजार से कमाती हैं।
अमेरिका
टैरिफ से अमेरिका को कितना नुकसान होगा?
फार्मा कंपनी एली लिली के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) डेविड रिक्स ने BBC कहा, "टैरिफ से अनुसंधान और विकास पर असर पड़ेगा, जिससे नई दवाओं का विकास रुक सकता है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा कि अमेरिका में ज्यादातर सस्ती जेनेरिक दवाएं भारत और चीन से आती हैं। अगर दवाओं पर टैरिफ लगता है तो मरीजों को मंहगी दवा खरीदनी होगी, जिसका अंतत: नुकसान अमेरिका के लोगों को ही होगा।
देश
किन देशों से कितनी दवाएं खरीदता है अमेरिका?
अमेरिका ने 2023 में कुल 7.5 लाख करोड़ रुपये की दवाओं का आयात किया था। इसमें से सबसे ज्यादा 3.1 लाख करोड़ रुपये का आयात आयरलैंड से किया था।
इसके बाद जर्मनी से 1.65 लाख करोड़, स्विट्जरलैंड से 1.30 लाख करोड़, भारत से 94,000 करोड़ और चीन से 89,000 करोड़ रुपये की दवाएं आयात की थीं।
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, अमेरिका में इस्तेमाल होने वाले जेनेरिक दवाओं का 40 प्रतिशत भारत से आयात किया जाता है।
छूट
पहले दवाओं को टैरिफ से दी गई थी छूट
ट्रंप ने 2 अप्रैल को 'मुक्ति दिवस' के तहत कई देशों पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। इसके तहत 5 अप्रैल से हर देश पर 10 प्रतिशत बेसलाइन टैरिफ और 9 अप्रैल से अलग-अलग देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया गया था।
हालांकि, तब दवाओं को टैरिफ से छूट दी गई थी, लेकिन अब अमेरिका दवाओं पर भी टैरिफ लगाने जा रहा है।
अमेरिका ने भारत से आयात होने वाली सामानों पर 26 प्रतिशत टैरिफ लगाया है।