
डोनाल्ड ट्रंप-वोलोडिमीर जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में क्यों हुई तीखी बहस?
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में मुलाकात हुई। हालांकि, जल्द ही ये मुलाकात दुनियाभर की मीडिया के सामने तीखी बहस में बदल गई।
इस दौरान ट्रंप ने जेलेंस्की को व्हाइट हाउस से चले जाने के लिए कह दिया।
बता दें कि जेलेंस्की दोनों देशों के बीच खनिजों पर समझौते के लिए अमेरिका दौरे पर गए थे। हालांकि, अब ये समझौता अब खटाई में पड़ गया है।
क्या हुआ
किस सवाल पर शुरू हुई बहस?
ट्रंप और जेलेंस्की के बीच करीब 30 मिनट तक बातचीत चलती रही। हालांकि, यह तब बहस में बदल गई, जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस बीच में आ गए।
वेंस ने ट्रंप जेलेंस्की से कहा, "आपका रवैया बहुत असम्मानजनक है। ये सही कूटनीति नहीं है। आपको जंग रोकने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प को शुक्रिया कहना चाहिए।"
इस का जेलेंस्की ने जवाब दिया, लेकिन बीच में ट्रंप ने झल्लाते हुए कहा, "हमें मत बताइए कि हमें क्या महसूस करना चाहिए।"
बयान
ट्रंप बोले- हम नहीं होते तो 2 हफ्ते में खत्म हो जाता युद्ध
ट्रंप ने कहा, "आप जंग नहीं जीत रहे हैं, लेकिन हमारी वजह से आपके पास सुरक्षित बाहर आने का अच्छा मौका है।"
इस पर जेलेंस्की ने कहा, "जंग की शुरुआत से ही हम अकेले हैं"
जवाब में ट्रंप ने कहा, "आप अकेले नहीं थे। हमने आपको मूर्ख राष्ट्रपति (बाइडन) के जरिए 350 अरब डॉलर दिए, सैन्य उपकरण दिए। अगर हमारे हथियार न होते तो यह जंग 2 हफ्तों में खत्म हो जाती।"
इसके बाद ट्रंप ने बातचीत खत्म कर दी।
समझौता
खनिज समझौते के लिए अमेरिका गए थे जेलेंस्की
जेलेंस्की और ट्रंप के बीच यूक्रेन के खनिजों को लेकर समझौता होना था। ट्रंप राष्ट्रपति बनने के बाद से ही यूक्रेन पर लगातार दुर्लभ खनिज देने के लिए दबाव बना रहे हैं। ट्रंप ने धमकी दी थी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो यूक्रेन को अमेरिकी मदद रोक दी जाएगी।
इसी संबंध में जेलेंस्की ट्रंप से मिलने आए थे। हालांकि, बात इतनी बिगड़ गई कि जेलेंस्की को व्हाइट हाउस से निकलने के लिए कह दिया गया।
समर्थन
कई देशों ने किया जेलेंस्की का समर्थन
जर्मनी के अगले संभावित चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने कहा, "हमें इस भयानक युद्ध में हमलावर और पीड़ित को लेकर भ्रमित नहीं होना चाहिए।"
पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने कहा, 'प्रिय जेलेंस्की, आप अकेले नहीं हैं।'
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा, "हमें उनका सम्मान करना चाहिए, जो शुरू से ही संघर्ष कर रहे हैं।
नीदरलैड के प्रधानमंत्री डिक शूफ ने लिखा, "हम स्थायी शांति चाहते हैं और रूस द्वारा शुरू की गई आक्रामकता का अंत चाहते हैं।"
बयान
घटनाक्रम के बाद जेलेंस्की ने अमेरिका का शुक्रिया अदा किया
पूरे घटनाक्रम के बाद जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में अमेरिका का शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने लिखा, 'धन्यवाद अमेरिका, आपके समर्थन के लिए धन्यवाद, इस यात्रा के लिए धन्यवाद। धन्यवाद अमेरिकी राष्ट्रपति का, कांग्रेस और अमेरिकी जनता का। यूक्रेन को न्यायसंगत और स्थायी शांति की जरूरत है और हम ठीक उसी के लिए काम कर रहे हैं।'
वहीं, ट्रंप ने लिखा कि जब जेलेंस्की शांति के लिए तैयार हों, तब वापस आ सकते हैं।