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पेंटागन का बड़ा दावा, कहा- अमेरिकी हमलों से ईरान का परमाणु कार्यक्रम 2 साल पीछे होगा 
अमेरिका ने 22 जून को किया था ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला

पेंटागन का बड़ा दावा, कहा- अमेरिकी हमलों से ईरान का परमाणु कार्यक्रम 2 साल पीछे होगा 

लेखन गजेंद्र
Jul 03, 2025
10:08 am

क्या है खबर?

अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने दावा किया है कि ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर हाल में हुए अमेरिकी सैन्य हमलों से तेहरान का परमाणु कार्यक्रम दो साल तक पिछड़ सकता है। पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता सीन पार्नेल ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि आंतरिक खुफिया आकलन से पता चलता है कि ईरान की परमाणु क्षमताओं में एक से दो साल की गिरावट आई है। हालांकि, इस दौरान पार्नेल ने अपने आकलन के समर्थन में कोई सबूत नहीं पेश किया।

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पहले कहा था कि कुछ महीने की देरी होगी

पार्नेल ने कहा कि पेंटागन ने जो भी खुफिया जानकारी देखी है, उससे विश्वास हुआ है कि ईरान के विशेषकर उन सुविधाओं को, पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है। इससे पहले प्रारंभिक अमेरिकी खुफिया आकलन में कहा गया था कि हमले परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख घटकों को नष्ट करने में विफल रहे और इससे परमाणु कार्यक्रम में केवल महीनों की देरी होगी। दूसरी तरफ, ईरान अभी तक परमाणु स्थलों की स्थिति के बारे में विवरण नहीं दे रहा।

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अमेरिका ने 3 परमाणु प्रतिष्ठानों को बनाया था निशाना

अमेरिका ने 22 जून को बी-2 स्टील्थ बमवर्षकों का एक दर्जन से अधिक समूह ईरान भेजा था। इसने 13,600 किलोग्राम बंकर-बस्टर बमों और दो दर्जन से अधिक टॉमहॉक लैंड अटैक क्रूज मिसाइलों का उपयोग करके तीन ईरानी परमाणु सुविधाओं नतांज, फोर्डो और इस्फहान पर हमला किया था। हमले के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि हमलों से तीनों परमाणु सुविधाएं बर्बाद हो गई हैं। हालांकि, ईरान ने इस हमले में मामूली नुकसान की बात कही थी।