
डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर हमलों को बताया सटीक निशाना, बोले- भारी नुकसान हुआ
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के 3 परमाणु स्थलों पर सटीक निशाना लगाने का दावा करते हुए अपनी सेना की प्रशंसा की है। उनका कहना है कि हमले से ईरान को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने सोशल मीडिया ट्रुथ पर उपग्रह चित्रों का हवाला देते हुए लिखा कि ईरान पर जो हमला हुआ है, उसे 'विनाश' कहना बिल्कुल सही है। उन्होंने हमलों को सटीक निशाना बताया है। उससे पहले उन्होंने B-2 बॉम्बर्स का वीडियो साझा किया था।
बयान
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने ट्रुथ पर लिखा, 'उपग्रह चित्रों से पता चलता है कि ईरान में सभी परमाणु स्थलों को भारी क्षति हुई है। विनाश एक सटीक शब्द है! दिखाई गई सफेद संरचना चट्टान में गहराई से धंसी हुई है, यहां तक कि इसकी छत भी जमीन से काफी नीचे है, और आग से पूरी तरह सुरक्षित है। सबसे ज्यादा नुकसान जमीन से काफी नीचे हुआ। बुल्सआई!!!' इससे पहले उन्होंने ईरान में परमाणु स्थलों को हुए नुकसान को "बहुत बड़ा" बताया था।
ट्विटर पोस्ट
ईरान पर हमला करने वाला B-2 बॉम्बर्स सुरक्षित वापस लौटा
God bless the United States Military — the greatest force for freedom the world has ever known. 🇺🇸🦅 pic.twitter.com/n5zjcsu3o4
— The White House (@WhiteHouse) June 22, 2025
सत्ता
ईरान में सत्ता परिवर्तन की संभावना पर सवाल
इससे पहले ट्रंप ने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर सफल अमेरिकी हमलों के बाद ईरान में सत्ता परिवर्तन की संभावना पर सवाल उठाया था। उन्होंने ट्रुथ पर लिखा था, 'शासन परिवर्तन शब्द का प्रयोग करना राजनीतिक रूप से सही नहीं है, लेकिन यदि वर्तमान ईरानी शासन ईरान को फिर से महान बनाने में असमर्थ है, तो शासन परिवर्तन क्यों नहीं होगा??? MIGA!!! यहां MIGA का तात्पर्य अमेरिका की तरह 'ईरान को फिर से महान बनाएं' से है।
विशेषज्ञ
क्या नष्ट हो गए ईरान के परमाणु स्थल?
अमेरिकी हमलों में ईरान के फोर्डो परमाणु संयंत्र पर गहराई से दबी साइट और यूरेनियम-संवर्द्धन सेंट्रीफ्यूज को नुकसान पहुंचा है, लेकिन अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। उपग्रह चित्रों के विशेषज्ञ डेकर एवेलेथ ने रॉयटर्स को बताया कि सैकड़ों सेंट्रीफ्यूज वाला हॉल बहुत गहराई में दबा है, जिससे उपग्रह चित्रों के आधार पर भूमिगत नुकसान की क्षति का आकलन संभव नहीं है। वहं, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व परमाणु निरीक्षक डेविड अलब्राइट ने संयंत्र खत्म होने की संभावना जताई है।
निशाना
अमेरिका ने 3 ठिकानों को बनाया था निशाना
अमेरिका ने ईरान और इजरायल संघर्ष में कूदते हुए ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया। इन ठिकानों में नतांज, फोर्डो और इस्फहान को निशाना बनाया गया है। हमले के बाद ट्रंप ने कहा कि हमलों से तीनों परमाणु सुविधाओं बर्बाद हो गई हैं, अब ईरान को शांति कायम करनी चाहिए। दूसरी तरफ, ईरान ने हमले में मामूली नुकसान की बात कही है। ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने गंभीर सजा भुगतने को कहा है।