
सोशल मीडिया अकाउंट प्राइवेट है तो नहीं मिलेगा अमेरिका का वीजा, सार्वजनिक करने को कहा गया
क्या है खबर?
अमेरिका ने वीजा आवेदन करने वाले भारतीय आवेदकों को अपना सोशल मीडिया अकाउंट प्राइवेट से हटाकर सार्वजनिक करने को कहा है। भारत में अमेरिकी दूतावास ने एक्स पर लिखा, "तत्काल प्रभाव से, F, M या J गैर-अप्रवासी वीजा के लिए आवेदन करने वाले सभी व्यक्तियों से अनुरोध है कि वे अपने सभी सोशल मीडिया खातों की गोपनीयता सेटिंग को सार्वजनिक कर दें, ताकि अमेरिकी कानून के तहत उनकी पहचान और स्वीकार्यता स्थापित करने के लिए आवश्यक जांच की जा सके।"
आदेश
सोशल मीडिया की होगी जांच
दूतावास ने आगे कहा, "2019 से, अमेरिका ने वीजा आवेदकों को अप्रवासी और गैर-आप्रवासी वीजा आवेदन पत्रों पर सोशल मीडिया पहचानकर्ता प्रदान करना आवश्यक कर दिया है। हम अपनी वीजा जांच और जांच में सभी उपलब्ध सूचनाओं का उपयोग उन वीजा आवेदकों की पहचान करने के लिए करते हैं जो अमेरिका में प्रवेश के लिए अयोग्य हैं। इसमें वे भी शामिल हैं जो अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं।"
ट्विटर पोस्ट
अमेरिकी दूतावास का आदेश
Effective immediately, all individuals applying for an F, M, or J nonimmigrant visa are requested to adjust the privacy settings on all of their social media accounts to public to facilitate vetting necessary to establish their identity and admissibility to the United States… pic.twitter.com/xotcfc3Qdo
— U.S. Embassy India (@USAndIndia) June 23, 2025
वीजा
क्या है F, M और J वीजा?
अमेरिका में F, M और J गैर-अप्रवासी वीजा पढ़ाई, प्रशिक्षण और शैक्षणिक-सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए विदेशी नागरिकों को छोटी अवधि के लिए दिए जाते हैं। F-1 वीजा छात्रों के लिए होता है, जो अमेरिका में मान्यता प्राप्त कॉलेज, विश्वविद्यालय या अन्य शैक्षणिक संस्थानों में पूर्णकालिक पढ़ाई करना चाहते हैं। M-1 वीजा गैर-शैक्षणिक या व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए होता है, जिसमें तकनीकी कौशल भी शामिल है। J-1 वीजा विदेशी विद्वान, शोधकर्ता, शिक्षक, कैंप काउंसलर, अल्पकालिक छात्रों को दिए जाते हैं।