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    UAE समेत अन्य अरब देश अमेरिका के उनकी जमीन से हमले पर लगा रहे रोक- रिपोर्ट
    UAE ने अमेरिका पर अपनी जमीन का इस्तेमाल कर हमले करने पर रोक लगानी शुरू कर दी है

    UAE समेत अन्य अरब देश अमेरिका के उनकी जमीन से हमले पर लगा रहे रोक- रिपोर्ट

    लेखन आबिद खान
    Feb 16, 2024
    12:53 pm

    क्या है खबर?

    गाजा पर इजरायल के हमलों के जवाब में ईरान के कुछ समूह अमेरिकी सेना को निशाना बना रहे हैं। लाल सागर में हूती, लेबनान में हिजबुल्लाह और इराक में इस्लामिक रेजिस्टेंस अमेरिका और इजरायल के खिलाफ सक्रिय हैं।

    इनसे निपटने के लिए अमेरिका खाड़ी देशों में मौजूद अपने सैन्य अड्डों का इस्तेमाल कर रहा है।

    अब खबर है कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने अमेरिका के उसकी जमीन का इस्तेमाल कर हमले करने पर रोक लगानी शुरू कर दी है।

    रोक

    अमेरिका पर तेजी से रोक लगा रहे अरब देश

    पॉलिटिको की रिपोर्ट के अनुसार, UAE सहित कुछ अरब देश ईरानी समूहों पर जवाबी हमले के लिए अपनी धरती पर सैन्य सुविधाओं का उपयोग करने से अमेरिका को प्रतिबंधित कर रहे हैं।

    एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, "गाजा पट्टी में नागरिकों की बढ़ती मौतों के बीच कई अरब देश ईरान के साथ तनाव कम करने का प्रयास कर रहे हैं और अमेरिका और उसके साझेदारों को अपनी धरती से अभियान चलाने से 'तेजी से प्रतिबंधित' कर रहे हैं।"

    UAE

    कार्रवाई करने वाले देशों में UAE सबसे आगे

    पॉलिटिको से बात करते हुए एक अधिकारी ने कहा, "UAE विशेष रूप से ऐसा कर रहा है। इसका कारण है कि वे खुलकर ईरान के खिलाफ नहीं दिखना चाहते और पश्चिम और इजरायल के बहुत करीब नहीं दिखना चाहते।"

    रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ अरब देश इन जवाबी हमलों में भाग लेने वाली संपत्तियों के लिए दायरे को प्रतिबंधित कर रहे हैं। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि कितने देश इस तरह की कार्रवाई कर रहे हैं।

    वजह

    अरब देशों के फैसले की क्या है वजह?

    विशेषज्ञों का मानना है कि कई अरब देश ईरान के साथ अपने रिश्ते सुधार रहे हैं और ऐसे में अमेरिका का खुले तौर पर समर्थन उनके प्रयासों पर पानी फेर सकता है।

    दूसरी ओर, अरब देशों में सार्वजनिक भावना इजरायल के खिलाफ है। आम जनता इजरायल पर अरब देशों के सुस्त रवैये को लेकर शासकों से नाराज बताई जाती है।

    इसके अलावा इजरायल-हमास युद्ध के बाद मुस्लिम देशों में ईरान की छवि नेतृत्वकर्ता के तौर पर उभरी है।

    हमले

    अमेरिका ने अरब देशों की जमीन से किए हैं कई हमले

    ईरान समर्थित विद्रोही समूहों ने अक्टूबर से अब तक 170 बार ड्रोन, रॉकेट और मिसाइलों से इराक, सीरिया और जॉर्डन में अमेरिकी अड्डों पर हमला किया है। इनमें कम से कम 3 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं और दर्जनों घायल हुए हैं।

    यमन में भी हूती विद्रोही अमेरिका और उसके सहयोगियों को निशाना बना रहे हैं। इनसे निपटने के लिए अमेरिका मध्य-पूर्व में स्थित अपने सैन्य अड्डों से ऑपरेशन चला रहा है।

    प्लस

    न्यूजबाइट्स प्लस

    दुनियाभर, खासतौर पर मध्य-पूर्व, में अमेरिका के कई सैन्य अड्डे हैं। बहरीन, मिस्र, इराक, इजरायल, जॉर्डन, कुवैत, ओमान, कतर, UAE, सऊदी अरब और तुर्की में अमेरिका के कई सैन्य अड्डे हैं।

    अमेरिका ने यहां अपने हथियार और विमानों के साथ करीब 30,000 सैनिकों को तैनात कर रखा है। आमतौर पर अमेरिका इसके पीछे क्षेत्रीय स्थिरता का हवाला देता है, लेकिन इनकी उपस्थिति को लेकर कई सवाल भी उठते रहे हैं।

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