अमेरिका ने H-1B वीजा की आवेदन प्रक्रिया में किया बदलाव, नवीनीकरण हुआ आसान
अमेरिका ने H-1B वीजा की आवेदन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। इसके तहत अब पंजीकरण के समय 10 डॉलर शुल्क के साथ हर आवेदक को वैध पासपोर्ट या वैध यात्रा दस्तावेज की जानकारी प्रदान करनी होगी। अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (USCIS) ने कहा कि यह नियम सभी के लिए निष्पक्षता और समान अवसर सुनिश्चित करता है। इसके अलावा अमेरिका ने H-1B वीजा धारकों के नवीनीकरण को लेकर भी बड़ा ऐलान किया है।
क्या है नया नियम?
दरअसल, पहले आवेदकों को दस्तावेजों की जानकारी बाद में देनी होती थी। इस वजह से एक ही व्यक्ति कई आवेदन कर देता था, जिससे अक्सर धोखाधड़ी होती थी। नए नियम के तहत अब आवेदन के साथ ही दस्तावेजों की जानकारी भी देनी होगी। अगर एक व्यक्ति अलग-अलग कंपनियों के लिए भी कई आवेदन करता है तो उसे दस्तावेजों के नंबर के आधार पर एक आवेदन के रूप में गिना जाएगा।
क्या बोला USCIS?
USCIS ने एक बयान में कहा, "यह नई प्रक्रिया धोखाधड़ी की संभावना को कम करने और यह सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है कि प्रत्येक लाभार्थी को चुने जाने का समान मौका मिलेगा, चाहे नियोक्ता द्वारा उनकी ओर से कितने भी पंजीकरण जमा किए गए हों। हर लाभार्थी को केवल एक पासपोर्ट या यात्रा दस्तावेज के तहत पंजीकरण करना होगा। इन सुधार से याचिकाकर्ताओं और लाभार्थियों के लिए चयन अधिक न्यायसंगत हो जाएगा।"
वीजा नवीनीकरण प्रक्रिया में भी हुआ बड़ा बदलाव
H-1B वीजा के नवीनीकरण को लेकर भी अमेरिका ने पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके तहत H-1B वीजाधारकों को नवीनीकरण के लिए अमेरिका नहीं छोड़ना होगा। अब अमेरिका में वीजा का नवीनीकरण हो जाएगा। इससे पहले वीजा नवीनीकरण करवाने के लिए आवेदकों को एक साल के लिए अमेरिका से बाहर रहना पड़ता था। ये प्रोजेक्ट 29 जनवरी से 1 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान प्रारंभिक चरण में 20,000 आवेदन लिए जाएंगे।
H-1B वीजा के लिए 6 मार्च से शुरू होगा पंजीयन
अमेरिका ने वित्तीय वर्ष 2025 के लिए H-1B वीजा के प्रारंभिक पंजीकरण की तारीखों का ऐलान भी कर दिया है। इसके लिए 6 से 22 मार्च तक आवेदन किए जा सकेंगे। बता दें कि अमेरिकी संसद नियमों के मुताबिक, एक साल में 65,000 H-1B वीजा जारी किए जाते हैं। इसके अलावा 20,000 अतिरिक्त वीजा अमेरिकी विश्वविद्यालयों से विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) में मास्टर्स करने वाले छात्रों को जारी किए जाते हैं।
2023 में रिकॉर्ड भारतीयों को मिला अमेरिकी वीजा
अमेरिका ने 2023 में 14 लाख भारतीयों को वीजा जारी किया, जो अब तक का रिकॉर्ड है। ये साल 2022 की तुलना में करीब 60 प्रतिशत ज्यादा है। दिल्ली में अमेरिकी दूतावास ने बताया कि दुनियाभर में हर 10 अमेरिकी वीजा आवेदकों में से एक भारतीय है। अमेरिकी दूतावास ने वीजा प्रक्रिया में सुधार करते हुए वीजा के लिए लगने वाले समय को 1,000 दिन से कम कर 250 दिन कर दिया है।
न्यूजबाइट्स प्लस
H-1B वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा होता है, जिसके तहत अमेरिकी कंपनियां दक्ष कर्मचारियों को अपने यहां नौकरियां देती हैं। आमतौर पर इन व्यव्सायों के लिए सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता वाले लोगों की जरूरत होती है। हर साल अमेरिकी कंपनियां इसी वीजा के सहारे भारत और चीन समेत कई देशों से हजारों पेशेवरों को नौकरी पर रखती हैं। ये वीजा 3 साल के लिए जारी किया जाता है और इसे अगले 3 साल के लिए नवीनीकृत किया जा सकता है।