भारत के लिए क्यों अहम हैं खाड़ी देश, एक-दूसरे पर कितने निर्भर?
क्या है खबर?
भाजपा नेताओं की पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणियों के कारण भारत और खाड़ी देशों के संबंध एक बार फिर से चर्चा में हैं।
न केवल इन देशों में विवादित टिप्पणियों के खिलाफ अप्रत्याशित आक्रोश देखने को मिला है, बल्कि इसके जवाब में भारत सरकार की प्रतिक्रिया भी अभूतपूर्व रही है।
भारत की इस प्रतिक्रिया के पीछे खाड़ी देशों के साथ उसके मजबूत संबंध हैं। आइए आपको बताते हैं कि खाड़ी देश भारत के लिए क्यों अहम हैं।
खाड़ी देश
सबसे पहले जानें खाड़ी देशों में कौन-कौन शामिल
पश्चिम एशिया में स्थित अरब की खाड़ी (फारस की खाड़ी) से सीमा साझा करने वाले अरब देशों को खाड़ी देश कहा जाता है। इन देशों में सऊदी अरब, कतर, इराक, बहरीन, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और ओमान शामिल हैं।
ईरान भी भौगोलिक तौर पर खाड़ी देशों में आता है, लेकिन अरब और सुन्नी न होने के कारण यह खाड़ी देशों के समूह में शामिल नहीं है।
इन देशों के साथ भारत के मजबूत ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध हैं।
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खाड़ी देशों में रहते हैं लगभग 89 लाख भारतीय
भारत और खाड़ी देशों के बीच संबंधों का एक महत्वपूर्ण अंग अप्रवासी भारतीय हैं। खाड़ी देशों में लगभग 89 लाख भारतीय रहते हैं और कई देशों की आबादी में उनकी बड़ी हिस्सेदारी है।
UAE की कुल आबादी में से एक-तिहाई (34.6 प्रतिशत) भारतीय हैं। इसी तरह कतर के 25.9 प्रतिशत और कुवैत के 24.1 प्रतिशत निवासी भारतीय हैं।
बहरीन की 19.2 प्रतिशत और ओमान की 15.3 प्रतिशत आबादी भारतीय है।
विदेशी मुद्रा
खाड़ी देशों के निवासी भारतीय विदेशी मुद्रा का बड़ा स्त्रोत
खाड़ी देशों में रहने वाले ये भारतीय लोग बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा भारत भेजते हैं, जिससे अर्थव्यवस्था को फायदा होता है।
भारत को अपने अप्रवासियों नागरिकों के जरिए हर साल दुनिया में सबसे अधिक 80 अरब डॉलर प्राप्त होते हैं, जिनमें से आधे से अधिक केवल पांच खाड़ी देशों, UAE, सऊदी अरब, कतर, कुवैत और ओमान, से आते हैं।
कुल प्राप्त धन में UAE की 26.9 प्रतिशत, सऊदी अरब की 11.6 प्रतिशत और कतर की 6.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
व्यापारिक संबंध
भारत और खाड़ी देशों के व्यापारिक संबंध कैसे?
भारत और खाड़ी देशों के व्यापारिक संबंध भी बेहद मजबूत हैं। खाड़ी देशों के समूह खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) और भारत के बीच 154.73 अरब डॉलर का व्यापार होता है।
अमेरिका के बाद भारत सबसे अधिक निर्यात UAE को करता है और 2021-22 में उसने UAE को 28.4 अरब डॉलर का निर्यात किया।
यही नहीं, UAE भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक पार्टनर भी है और 2026 तक दोनों के बीच व्यापार 100 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
जानकारी
भारतीयों के खाड़ी देशों में बड़े स्टोर और रेस्टोरेंट्स
खाड़ी देशों के कुछ सबसे बड़े रिटेल स्टोर्स और रेस्टोरेंट्स के मालिक भी भारतीय हैं। ऐसे में अगर विवाद के कारण भारतीय सामानों का बहिष्कार होता है तो उन्हें बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है।
तेल
खाड़ी देशों से कितना कच्चा तेल खरीदता है भारत?
अब बात करते हैं भारत और खाड़ी देशों के संबंधों के सबसे महत्वपूर्ण अंग कच्चे तेल की। भारत तेल के लिए काफी हद तक खाड़ी देशों पर निर्भर है और अपनी जरूरत का 60 प्रतिशत तेल इन देशों से आयात करता है।
इसमें 22 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ इराक सबसे ऊपर है, वहीं सऊदी अरब से 19 प्रतिशत और UAE से नौ प्रतिशत तेल आयात किया जाता है।
कुवैत से भारत अपनी जरूरत का पांच प्रतिशत तेल आयात करता है।
भारत पर निर्भरता
खाड़ी देश भारत पर कितने निर्भर?
खाड़ी देश अपनी खाद्य और अनाज जरूरतों के लिए भारत पर बेहद निर्भर हैं। वे अपनी जरूरत के 85 प्रतिशत खाद्य पदार्थ और 93 प्रतिशत अनाज भारत से आयात करते हैं। खाड़ी देश भारत से चावल, भैंस का मांस, मसाले, समुद्री उत्पाद, फल, सब्जियां और चीनी आदि आयात करते हैं।
इसके अलावा भारत से आने वाले यात्री खाड़ी देशों के विमानन क्षेत्र के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।
ऐसे में संबंधों में खटास आने पर दोनों पक्षों का नुकसान है।