यूक्रेन: धीमी हुई रूसी हमलों की रफ्तार, भारतीय छात्रों से रेलवे स्टेशन जाने को कहा गया
यूक्रेन पर आक्रमण के पांचवें दिन रूसी सेना ने हमलों की गति कम की है। यूक्रेन की तरफ से कहा गया है कि रूसी हमलों की रफ्तार धीमी हुई है, लेकिन कई इलाकों में रूसी सेना बढ़त बनाने की कोशिश कर रही है। यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ है, जब रूस से बातचीत के लिए यूक्रेन का एक प्रतिनिधिमंडल बेलारूस पहुंच गया है। दूसरी तरफ यूक्रेन युद्ध को लेकर आज संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक भी होनी है।
बिना शर्त बातचीत करेगा यूक्रेन
रविवार को खबर आई थी कि यूक्रेन बिना किसी शर्त के रूस के साथ शांति वार्ता करने को तैयार हो गया है। 'कीव इंडिपेंडेंट' के अनुसार, बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ फोन पर बातचीत में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की शांति वार्ता के लिए सहमत हो गए। दोनों नेताओं में बनी सहमति के अनुसार, रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल यूक्रेन और बेलारूस की सीमा पर प्रीप्यत नदी के पास मिलकर विवाद को सुलझाने का प्रयास करेंगे।
बातचीत को लेकर सकारात्मक नहीं है जेलेंस्की
रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेनियन राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की इस बातचीत को लेकर सकरात्मक नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बैठक में कोई समाधान निकलने की उम्मीद नहीं है, लेकिन वो यह मौका नहीं गंवाना चाहते।
आज होगी संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक
यूक्रेन पर हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासभा की आज बैठक होने जा रही है। रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने बहुमत से यह बैठक बुलाने का प्रस्ताव पारित किया था। UNSC के 15 सदस्यों में से केवल रूस ने इस प्रस्ताव का विरोध किया, जबकि भारत, चीन और संयुक्त अरब अमीरात ने मतदान से दूर रहने का फैसला किया था। इस बैठक में सभी सदस्य देश रूस के हमले को लेकर अपने विचार व्यक्त करेंगे।
कर्फ्यू हटा, छात्रों से स्टेशन पर जाने को कहा गया
युद्ध के बीच यूक्रेन ने वीकेंड कर्फ्यू हटा दिया है। इसके बाद भारत ने वहां फंसे अपने नागरिकों को देश के पश्चिमी हिस्से में जाने के लिए रेलवे स्टेशन जाने को कहा है। यहां से पश्चिमी हिस्सों से विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। गौरतलब है कि यूक्रेन में हजारों भारतीय छात्र और नागरिक फंसे हुए हैं और इनकी सुरक्षित निकासी के लिए सरकार ने चार केंद्रीय मंत्रियों को युद्धग्रस्त देश के पड़ोसी देशों में भेजने का फैसला किया है।
यूक्रेन के लिए अगले 24 घंटे बेहद अहम
यूक्रेन पर रूस के हमले का आज पांचवां दिन है। रूस के लगातार बढ़ते हमलों के बीच यूक्रेनियन राष्ट्रपति वोलोडोमिर जेलेंस्की ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को बताया है कि उनके देश के लिए अगले 24 घंटे बेहद अहम है। दूसरी तरफ रूस ने अपनी सेना को परमाणु प्रतिरोध बल को हाई अलर्ट पर रखने को कहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका ने कहा कि रूस इस कदम के जरिये डराने की कोशिश कर रहा है।
यूक्रेन में कैसे हैं हालात?
रूसी सेना ने यूक्रेन के दक्षिण पूर्व में स्थित तटीय शहर बेर्डियांस्क पर कब्जा कर लिया है। काला सागर के तटीय इलाकों में रूसी सेना लगातार आगे बढ़ रही है। खारकीव शहर में भी रूसी सेना घुस चुकी थी, लेकिन यूक्रेन का दावा है कि उसने शहर को वापस अपने नियंत्रण में ले लिया है। राजधानी कीव अभी यूक्रेन के नियंत्रण में है, लेकिन बड़ी संख्या में रूसी सैनिक और टैंक राजधानी कीव की तरफ बढ़ रहे हैं।