
रूस और यूक्रेन में युद्धविराम को लेकर पहली बार हुई सीधी बातचीत, क्या बन पाई सहमति?
क्या है खबर?
रूस और यूक्रेन में युद्धविराम को लेकर बैठक हुई है। तुर्की के इस्तांबुल शहर में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने युद्ध को लेकर चर्चा की। इसमें तुर्की के अधिकारी भी शामिल हुए। यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव और रूस के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व व्लादिमिर मेंडिस्की ने किया। बीते 3 साल से जारी यूक्रेन युद्ध में ये पहली बार हो रहा है, जब दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत हुई है।
सहमति
बैठक में कोई अहम प्रगति नहीं हुई- रिपोर्ट
दोनों देशों के बीच ये बैठक 2 घंटे से भी कम समय तक चली। CNN ने सूत्रों के हवाले से कहा कि इसमें युद्धविराम को लेकर कोई ठोस चर्चा नहीं हुई। एक सूत्र ने CNN से कहा, "रूसी प्रतिनिधिमंडल के पास महत्वपूर्ण निर्णय लेने का जनादेश नहीं था। वे युद्ध को खत्म करने के लिए कुछ भी सार्थक निर्णय लेने के लिए तैयार नहीं हैं।" यूक्रेन ने आरोप लगाया कि रूस ने केवल दिखावा करने के लिए बैठक की।
मांग
रूस ने रखी ये मांग
एक सूत्र ने CNN को बताया कि वार्ता के दौरान रूस ने मांग की है कि यूक्रेन को फिलहाल कीव के नियंत्रण वाली जमीन उसे सौंपना चाहिए। कथित तौर पर रूस ने मांग की है कि यूक्रेन 4 विवादित पूर्वी क्षेत्रों से पूरी तरह पीछे हट जाए। बता दें कि डोनेट्स्क, लुहांस्क, जापोरिज्जिया और खेरसान 4 इलाके हैं, जिन पर रूस ने कब्जा कर रखा है। रूस इन पर दावा करता है, लेकिन उसका पूरा नियंत्रण नहीं है।
बयान
जेलेंस्की बोले- पहली प्राथमिकता युद्धविराम
बैठक से पहले जेलेंस्की ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता पूर्ण, बिना शर्त और ईमानदार युद्धविराम है, ताकि भविष्य में शांति समझौते का मार्ग प्रशस्त हो सके। उन्होंने कहा, "हत्या को रोकने और कूटनीति के लिए एक ठोस आधार बनाने के लिए यह तुरंत होना चाहिए। अगर इस्तांबुल में रूसी प्रतिनिधि आज भी युद्धविराम पर सहमत नहीं हो पाते हैं तो यह 100 प्रतिशत स्पष्ट हो जाएगा कि पुतिन कूटनीति को कमजोर करना जारी रख रहे हैं।"
पुतिन
बैठक में शामिल नहीं हुए पुतिन
पहले चर्चाएं थीं कि बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की शामिल होंगे। हालांकि, रूस ने कहा कि पुतिन चर्चा में शामिल नहीं होंगे। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था, "मुझे नहीं लगता कि जब तक पुतिन और मैं एक साथ नहीं आते, तब तक कुछ भी होने वाला है, चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं। लेकिन हमें इसे हल करना होगा क्योंकि बहुत से लोग मर रहे हैं।"
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
रूस-यूक्रेन के बीच फरवरी, 2022 में युद्ध शुरू हुआ था। 3 साल से ज्यादा समय से जारी इस युद्ध में अब तक दोनों देशों के 2 लाख से ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं और करीब 8 लाख सैनिक घायल हुए हैं। यूक्रेन में एक करोड़ से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं। इनमें 20 लाख बच्चे हैं। ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद युद्धविराम की कोशिशों में तेजी आई है।