
यूक्रेन युद्ध विराम पर पुतिन और ट्रंप की होगी बातचीत, जानिए क्या चाहते हैं रूसी राष्ट्रपति?
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मंगलवार (18 मार्च) फोन पर बातचीत करेंगे।
अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने इसकी पुष्टि की है। इसमें दोनों के बीच यूक्रेन युद्ध विराम पर चर्चा होना तय माना जा रहा है।
इसी तरह, राष्ट्रपति ट्रंप ने भी सोशल मीडिया के जरिए फोन पर होने वाली इस बातचीत की पुष्टि की है।
आइए जानते हैं कि बातचीत के दौरान राष्ट्रपति पुतिन क्या मांग रख सकते हैं और क्या वह पूरी होंगी।
पुष्टि
ट्रंप ने बातचीत को लेकर क्या कहा?
राष्ट्रपति ट्रंप ने सऊदी अरब में वार्ता के दौरान पुतिन द्वारा अमेरिका की मध्यस्थता में 30 दिन के युद्धविराम पर सहमति जताने के बाद कहा, "मैं मंगलवार को राष्ट्रपति पुतिन से बात करूंगा। सप्ताहांत में बहुत सारा काम किया गया है।"
इसी तरह विटकॉफ ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि इस सप्ताह दोनों राष्ट्रपतियों के बीच बातचीत होगी और हम यूक्रेन के साथ भी बातचीत जारी रखेंगे। यह बीच बातचीत वास्तव में अच्छी और सकारात्मक होगी।"
इच्छा
क्या चाहते हैं पुतिन?
द गार्जियन के अनुसार, पुतिन ने अपनी इच्छाओं का खुलासा नहीं किया है, लेकिन वह युद्धविराम के पक्ष में हैं। हालांकि, उन्होंने किसी समझौते पर पहुंचने से पहले कई विवरणों को सुलझाने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि प्रस्तावित 30 दिवसीय युद्धविराम समझौते से यूक्रेन को ज्यादा फायदा होगा क्योंकि रूसी सेना कई क्षेत्रों में आगे बढ़ रही है। वह खुद को होने वाले संभावित नुकसान और अन्य चिंताओं पर राष्ट्रपति ट्रंप के साथ चर्चा करना चाहते हैं।
चिंता
क्या है राष्ट्रपति पुतिन की चिंताएं?
पुतिन ने कई सवाल उठाते हुए कहा था, "उन 30 दिनों का उपयोग कैसे किया जाएगा, यूक्रेन को संगठित करने के लिए या दोबारा हथियारबंद करने के लिए, लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए? या इनमें से कुछ भी नहीं? बड़ा सवाल यह है कि इसे कैसे नियंत्रित किया जाएगा और युद्ध समाप्त करने का आदेश कौन देगा?"
उन्होंने कहा था, "कौन तय करेगा कि 2,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर किसी भी संभावित युद्धविराम को किसने तोड़ा है?"
मांग
क्या है रूस की प्रमुख मांग?
BBC के अनुसार, रूस के उपविदेश मंत्री अलेक्जेंडर ग्रुश्को ने रूसी मीडिया आउटलेट इजवेस्टिया से कहा, "हम मांग करेंगे कि इस समझौते में सुरक्षा की पक्की गारंटी शामिल हो। इन गारंटियों में यूक्रेन की तटस्थ स्थिति और NATO देशों द्वारा उसे गठबंधन में शामिल करने से इनकार करना शामिल होना चाहिए। रूस, यूक्रेन में NATO पर्यवेक्षकों की तैनाती के सख्त खिलाफ है। किसी भी शांति समझौते के लिए मॉस्को की मांगों को पूरा करना होगा।"
उम्मीद
अमेरिक को क्या है उम्मीद?
विटकॉफ ने कहा है कि अमेरिकी दूतों ने दोनों पक्षों के बीच मतभेदों को कम कर दिया है। बातचीत में ट्रंप और पुतिन इस बात पर चर्चा करेंगे कि मतभेदों को और कैसे कम किया जाए।
उन्होंने कहा कि वार्ता में यूक्रेन, रूस और यूरोपीय हितधारक राष्ट्र जैसे फ्रांस, ब्रिटेन, नॉर्वे और फिनलैंड तथा अन्य देश शामिल होंगे, जिन्हें युद्ध विराम में शामिल किया जाएगा। इससे युद्ध विराम के पक्ष में कोई न कोई समाधान निकाला जा सकेगा।
रुख
कैसा है यूक्रेन का रुख?
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने शनिवार को रूस पर युद्ध समाप्त न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह किसी भी युद्धविराम पर सहमत होने से पहले युद्ध के मैदान पर अपनी स्थिति में सुधार करना चाहता है।
उन्होंने कहा कि पुतिन सीधे तौर पर मना नहीं कर रहे हैं, लेकिन व्यवहार में अस्वीकृति की तैयारी कर रहे हैं। उन्हाेंने इतनी सारी पूर्व शर्तें रख दी है कि बातचीत से कोई भी हल निकलने की उम्मीद नहीं है।