डोनाल्ड ट्रंप की विदेशी छात्रों को धमकी, अवैध धरना-प्रदर्शन किया तो जेल भेजकर निर्वासित करेंगे
क्या है खबर?
अमेरिका के नवनियुक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विदेशी छात्रों के धरना-प्रदर्शन करने पर नाराजगी जताते हुए उनको निर्वासन और जेल भेजने की धमकी दी है।
ट्रंप ने सोशल मीडिया ट्रुथ पर लिखा, 'किसी भी कॉलेज, स्कूल या विश्वविद्यालय को सभी संघीय निधि रोक दी जाएगी जो अवैध विरोध प्रदर्शन की अनुमति देता है। आंदोलनकारियों को कैद किया जाएगा या स्थायी रूप से उस देश में वापस भेज दिया जाएगा जहां से वे आए थे।'
धमकी
अमेरिकी छात्रों को निष्कासित किया जाएगा- ट्रंप
ट्रंप ने आगे कहा, "अमेरिकी छात्रों को स्थायी रूप से निष्कासित कर दिया जाएगा या फिर अपराध के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कोई मास्क नहीं! इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद।"
हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह किस प्रकार के प्रदर्शनों को अवैध बता रहे हैं क्योंकि अमेरिका में विरोध प्रदर्शन का अधिकार अमेरिकी संविधान के पहले संशोधन द्वारा संरक्षित किया गया है।
प्रदर्शन
ट्रंप ने क्यों किया ऐसा ऐलान?
ट्रंप ने यह घोषणा तब की है, जब पिछले साल गाजा में इजरायल के युद्ध के खिलाफ बड़े पैमाने पर छात्र विरोध प्रदर्शनों के लिए अमेरिका की सड़क पर उतर आए थे।
उस समय न्यूयॉर्क में कोलंबिया विश्वविद्यालय, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स समेत कई अमेरिकी कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसरों में छात्र तंबू लगाकर प्रदर्शन कर रहे थे।
उस दौरान देशभर में हजारों छात्रों की गिरफ्तारियां हुई थीं और उनको परेशान किया गया था। तब डेमोक्रेट जो बाइडन सत्ता में थे।
जानकारी
ट्रंप की हो रही निंदा
फाउंडेशन फॉर इंडिविजुअल राइट्स एंड एक्सप्रेशन (FIRE) ने ट्रंप के ऐलान की तीव्र निंदा की है। उसने कहा कि कॉलेज गैरकानूनी आचरण पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं और उन्हें ऐसा करना चाहिए, लेकिन राष्ट्रपति के पास संघीय निधि को रद्द करने का एकतरफा अधिकार नहीं।