ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट मिलकर ला रहे कोरोना के नए मामलों की सुनामी- WHO
क्या है खबर?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट मिलकर दुनिया में कोरोना वायरस के नए मामलों की सुनामी ला रहे हैं। इससे दबाव झेल रहे स्वास्थ्य तंत्र पर और बोझ बढ़ेगा।
संगठन ने कहा कि डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट दो खतरे हैं, जो नए मामलों को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा रहे हैं। इसके कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों और मृतकों की संख्या बढ़ रही है।
बयान
स्वास्थ्य तंत्र के चरमराने का खतरा- टेड्रोस
WHO ने कहा कि बीते सप्ताह वैश्विक मामलों में 11 प्रतिशत का उछाल आया है और अमेरिका समेत कई देश रोजाना रिकॉर्ड मामले दर्ज कर रहे हैं।
संगठन के प्रमुख डॉ टेड्रोस अधेनोम गैब्रेयसस ने प्रेस से बात करते हुआ कहा, "मैं बहुत चिंतित हूं क्योंकि बेहद संक्रामक ओमिक्रॉन डेल्टा के साथ फैल रहा है, जिससे नए मामलों की सुनामी आने वाली है।"
उन्होंने कहा कि इससे दबाव झेल रहे स्वास्थ्य तंत्र के चरमराने का खतरा है।
कोरोना संकट
फ्रांस समेत कई देशों में दर्ज हो रहे रिकॉर्ड मामले
संगठन का यह बयान ऐसे समय आया है, जब फ्रांस और अमेरिका समेत कई देशों में तेज रफ्तार से संक्रमण फैल रहा है और रोजाना रिकॉर्ड संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं।
फ्रांस में बुधवार को दो लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए, जो किसी भी यूरोपीय देश में एक दिन में मिले सबसे ज्यादा मरीज हैं। इसी तरह डेनमार्क, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और पुर्तगाल में रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं।
अपील
WHO ने वैक्सीन वितरण में समानता पर दिया जोर
WHO ने उम्मीद जताई कि अगले साल इस महामारी के अंत की शुरुआत हो सकती है, लेकिन साथ ही चेताया कि यह वैक्सीन वितरण में समानता पर निर्भर करेगा।
संगठन चाहता है कि इस साल के अंत तक सभी देशों की 40 फीसदी और अगले साल के मध्य तक 70 फीसदी आबादी पूरी तरह वैक्सीनेट हो जाए, लेकिन 92 देश ऐसे हैं, जो इस साल अपनी 40 फीसदी जनसंख्या को वैक्सीनेट नहीं कर पाएंगे।
बयान
"वैक्सीन वितरण में असमानता नैतिक शर्म"
डॉ टेड्रोस ने इसकी वजह बताते हुए कहा कि ऐसा गरीब देशों में वैक्सीन की सीमित आपूर्ति और फिर सीरींज जैसे दूसरे जरूरी सामान के बिना एक्सपायरी का समय नजदीक होने पर आने वाली वैक्सीनें हैं।
उन्होंने कहा, "यह न केवल नैतिक शर्म है बल्कि इससे जानें जा रही हैं और वायरस को म्यूटेट होने का मौका मिल रहा है। मैं नए साल में सरकारों और कंपनियों से वैक्सीन वितरण में समानता लाने का आह्वान करता हूं।"
कोरोना वायरस
दुनियाभर में संक्रमण की क्या स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 28.46 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 54.21 लाख लोगों की मौत हुई है।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 5.36 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 8.23 लाख लोगों की मौत हुई है। अमेरिका के बाद भारत दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है।
तीसरे सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील में 2.23 करोड़ संक्रमितों में से 6.19 लाख मरीजों की मौत हुई है।