कोरोना वायरस: WHO के विशेषज्ञ समूह ने की ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के इस्तेमाल की सिफारिश
क्या है खबर?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक विशेषज्ञ समूह ने एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित की गई कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की सिफारिश की है।
इस समूह ने कहा है कि यह वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है और इसे बड़े स्तर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इस वैक्सीन के फायदे खतरों से ज्यादा हैं और इसे बुजर्गों के लिए भी लगाया जा सकता है।
भारत में इस वैक्सीन को कोविशील्ड के नाम से जाना जा रहा है।
कोविशील्ड
जेेनर इंस्टीट्यूट ने तैयार की है वैक्सीन
कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के जेनर इंस्टीट्यूट ने फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर विकसित किया है।
भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) इसका निर्माण कर रही है। यहां बनी हुई इस वैक्सीन की करोड़ों खुराकों को कई देशों में भेजा जा रहा है।
चिंपैजी में साधारण जुकाम करने वाले निष्क्रिय एडिनोवायरस की मदद से बनाई गई 'कोविशील्ड' को 23,745 लोगों पर हुए अंतरराष्ट्रीय ट्रायल में 70.4 प्रतिशत प्रभावी पाया गया था।
कोरोना वैक्सीन
दो खुराकों के बीच 8-12 सप्ताह का अंतराल होना चाहिए- सिफारिश
वैक्सीन को लेकर विशेषज्ञ समूह की तरफ से कहा गया है कि संक्रमण से बचाव के लिए इसकी दो खुराकें लगाई जानी आवश्यक हैं। दोनों खुराकों के बीच आठ से 12 सप्ताह का अंतराल होना चाहिए और इसे 65 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को भी लगाई जा सकती है।
यह सिफारिश ऐसे समय आई है, जब दक्षिण अफ्रीका ने नए वेरिएंट के खिलाफ बेअसर बताते हुए इस वैक्सीन का इस्तेमाल रोक दिया है।
कोरोना वैक्सीन
नए स्ट्रेन के खिलाफ भी इस्तेमाल होनी चाहिए वैक्सीन- सिफारिश
दक्षिण अफ्रीका के फैसले पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में समूह के प्रमुख अलेजेंद्रो क्रेवियोटो ने कहा कि ऐसे कोई कारण नहीं है, जिनकी वजह से इसके इस्तेमाल की सिफारिश न की जा सके।
समूह ने अपनी सिफारिशों में कहा है कि यह वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है और इसे उन देशों में भी इस्तेमाल किया जाना चाहिए, जहां सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में सामने आया कोरोना का नया स्ट्रेन मिल चुका है।
एस्ट्राजेनेका वैक्सीन
अभी तक मंजूरी की इंतजार
विशेषज्ञ समूह की सिफारिश का मतलब यह नहीं है कि दुनिया के देशों में इस वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है।
इस मंजूरी के लिए शुक्रवार और सोमवार को संगठन की दो बैठकें होंगी। उम्मीद है इन बैठकों के बाद कोविशील्ड को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल जाएगी।
अभी केवल फाइजर की वैक्सीन को ऐसी अनुमति दी गई है। इसके बाद अलग-अलग देशों में इस वैक्सीन के आयात और वितरण की मंजूरी का रास्ता साफ हो गया था।
कोरोना वायरस
दुनियाभर में महामारी की क्या स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 10.73 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 23.54 लाख लोगों की मौत हुई है।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 2.73 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 4.71 लाख लोगों की मौत हुई है।
अमेरिका के बाद भारत दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है। यहां कोरोना के 1.08 करोड़ मामले सामने आ चुके हैं और 1.55 लाख मौतें हुई हैं।