कई यूरोपीय देशों ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन पर लगाई रोक, जानिए वजह
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही दुनिया में इस समय वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। अधिकतर यूरोपीय देशों में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका द्वारा तैयार की गई कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इसी बीच वैक्सीन के उपयोग के बाद लोगों में खून के थक्के जमने की शिकायत के बाद वैक्सीन को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। ऐसे में कई यूरोपीय देशों ने वैक्सीनेशन अभियान में इसके उपयोग पर रोक लगा दी है।
प्रकरण
ऑस्ट्रिया में खून के थक्के जमने से हुई थी नर्स की मौत
यूरोपीय देशो में जारी वैक्सीनेशन अभियान में एस्ट्राजेनेका द्वारा तैयार वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है।
गत दिनों ऑस्ट्रिया में वैक्सीन लगवाने के बाद एक 49 वर्षीय नर्स के शरीर में खून के थक्के जम गए थे। इससे उसकी मौत हो गई थी। उसके बाद ऑस्ट्रिया सरकार ने इसके उपयोग पर रोक लगा दी थी।
इसके बाद कई अन्य यूरोपीय देशों में भी ऐसी शिकायतें सामने आई थी। ऐसे में वैक्सीन के उपयोग पर रोक लगाई जा रही है।
रोक
इन देशों ने लगाई वैक्सीन के उपयोग पर रोक
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार सबसे पहले ऑस्टि्रया ने वैक्सीन के उपयोग पर रोक लगाई थी। उसके बाद मृतक नर्स को लगाई गई वैक्सीन के बैच की सभी वैक्सीनों पर एस्टोनिया, लताविया, लिथुआनिया और लक्जमबर्ग में रोक लगा दी गई थी।
इसी तरह गुरुवार को डेनमार्क, नॉर्वे और इटली ने वैक्सीन की आपूर्ति को बंद कर दिया और शुक्रवार को बुल्गारिया ने वैक्सीनेशन अभियान में इस वैक्सीन के उपयोग पर रोक लगा दी। इससे कंपनी की मुसीबतें बढ़ती जा रही है।
बयान
वैक्सीन लगाने के बाद लोगों को हुई खून के थक्के जमने की शिकायत- अधिकारी
डेनमार्क के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि कुछ मरीजों में वैक्सीन लगाए जाने के बाद खून के थक्के जमने की शिकायत हुई थी। ऐसे में वैक्सीन के प्रयोग को फिलहाल रोक दिया गया है।
हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से जारी किए गए बयान में यह भी कहा गया है कि अभी यह निर्धारित नहीं किया गया है कि वैक्सीन और खून के थक्के जमने के बीच कोई संबंध है, लेकिन एहतियातन रोक लगाने का कदम उठाया गया है।
जानकारी
17 यूरोपीय देशों में भेजी गई है एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की 10 लाख खुराक
एस्ट्राजेनेका की ओर से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत के लिए पिछले महीने डेनमार्क, ऑस्टि्रया, नार्वे और इटली सहित 17 यूरोपीय देशों को वैक्सीन की 10 लाख खुराकें भेजी गई थी। इसके बाद कई लोगों में खून के थक्के जमने की शिकायतें सामने आई थी।
हकीकत
30 लाख लोगों में से सिर्फ 22 को हुई खून के थक्के जमने की समस्या- EMA
यूरोप की मेडिसिन वॉचडॉग 'यूरोपियन मेडिकल एजेंसी' (EMA) ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का बचाव किया है।
EMA ने कहा है कि शुरुआती जांच के अनुसार ऑस्ट्रिया में उपयोग की गई एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के बैच को संभवतः नर्स की मौत के लिए दोषी नहीं ठहराया गया है। गत 9 मार्च तक यूरोपियन इकोनॉमिक एरिया में 30 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। इनमें से केवल 22 लोगों को खून के थक्के जमने की शिकायत हुई है।
जारी
इन देशों ने जारी रखा है वैक्सीन का उपयोग
कई यूरोपीय देशों के वैक्सीन के उपयोग पर रोक लगाने के बीच ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे गैर-यूरोपीय देशों ने वैक्सीन के उपयोग को जारी रखने का निर्णय किया है।
वहां की सरकारों का कहना है कि इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि वैक्सीन के उपयोग के कारण खून के थक्के जमे हैं। ऐसे में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच फिलहाल इसके उपयोग पर रोक लगाना सही नहीं है। स्थिति स्पष्ट होने का इंतजार करना चाहिए।
बचाव
वैक्सीन के कारण मौत होना नहीं हुआ साबित- WHO
इधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने शुक्रवार को जिनेवा में कहा कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीने के उपयोग पर रोक लगाने का कोई कारण नहीं था।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन के उपयोग के कारण किसी की मौत होने के अभी तक कोई सुबूत नहीं मिले हैं। ऐसे में स्वास्थ्य अधिकारियों वैक्सीन का उपयोग जारी रखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसी भी वैक्सीन पर निर्णय करने से पहले उसके प्रभाव की समीक्षा करनी चाहिए।