ऑक्सफोर्ड कोरोना वायरस वैक्सीन: खबरें

बूस्टर खुराक के तौर पर ओमिक्रॉन के खिलाफ अधिक एंटीबॉडीज पैदा करती है कोविशील्ड- स्टडी

एस्ट्राजेनेका की कोरोना वायरस वैक्सीन 'वैक्सजेवरिया' (भारत में कोविशील्ड) बूस्टर खुराक के तौर पर ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ अधिक एंटीबॉडीज पैदा करती है।

छह महीने के अंदर कम होने लगती है फाइजर और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीनों की प्रभावशीलता- स्टडी

फाइजर-बायोएनटेक और एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड की कोविड वैक्सीनों द्वारा प्रदान की जाने वाली सुरक्षा दूसरी खुराक के छह महीने के अंदर ही कम होने लगती है। ब्रिटेन में हुई एक स्टडी में ये बात सामने आई है और ये बूस्टर (तीसरी) खुराक की जरूरत को दर्शाती है जिसकी तैयारी कई अमीर देश कर रहे हैं।

डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं फाइजर और एस्ट्राजेनेका की दो खुराकें- स्टडी

यूनाइटेड किंगडम (UK) में हुई एक स्टडी में फाइजर और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीनों को कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी पाया गया है।

27 Apr 2021

अमेरिका

एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की 6 करोड़ खुराकें अन्य देशों को देगा अमेरिका

अमेरिका एस्ट्राजेनेका की कोरोना वायरस वैक्सीन की अपनी 6 करोड़ खुराकों को दुनिया के तमाम देशों में बांटने को तैयार हो गया है और जैसे-जैसे ये उपलब्ध होती जाएंगी, वह इनका वितरण करता जाएगा।

खून के थक्के जमने की समस्या के कारण डेनमार्क ने लगाई एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर स्थायी रोक

डेनमार्क ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका कंपनी की कोरोना वायरस वैक्सीन के इस्तेमाल पर स्थायी रोक लगा दी है औऱ अब देश के वैक्सीनेशन अभियान में इसका इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।

खून के थक्के जमने की समस्या के कारण रोका गया बच्चों पर एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का ट्रायल

खून के थक्के जमने की समस्या के कारण ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका कंपनी की कोरोना वायरस वैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल रोक दिया गया है।

30 Mar 2021

कनाडा

खून के थक्के जमने के कारण अब कनाडा में लगाई गई एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर आंशिक रोक

खून के थक्के जमने की समस्या के कारण अब कनाडा के कई राज्यों ने 55 साल से कम उम्र के लोगों पर एस्ट्राजेनेका की कोरोना वायरस वैक्सीन के उपयोग पर रोक लगा दी है। देश की वैक्सीन सलाह समिति की सिफारिश के बाद राज्यों ने यह कदम उठाया है।

अमेरिका में हुए ट्रायल में 79 प्रतिशत प्रभावी पाई गई एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका कंपनी की कोरोना वायरस वैक्सीन को अमेरिका में हुए तीसरे चरण के ट्रायल में 79 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है। वैक्सीन गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति को रोकने में 100 प्रतिशत कामयाब रही।

कई यूरोपीय देशों ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन पर लगाई रोक, जानिए वजह

कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही दुनिया में इस समय वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। अधिकतर यूरोपीय देशों में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका द्वारा तैयार की गई कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है।

कोरोना वायरस: WHO के विशेषज्ञ समूह ने की ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के इस्तेमाल की सिफारिश

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक विशेषज्ञ समूह ने एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित की गई कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की सिफारिश की है।

कोरोना वायरस: 12 हफ्ते बाद दूसरी खुराक लगाने पर ज्यादा प्रभावी साबित होती है ऑक्सफोर्ड वैक्सीन

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की कोरोना वायरस वैक्सीन के ट्रायल्स के ताजा विश्लेषण में सामने आया है कि यह वैक्सीन एक खुराक के बाद भी बहुत प्रभावी है और दो खुराकों के बीच अंतर जितना ज्यादा होगा, यह उतनी ज्यादा प्रभावी साबित होगी।