दुनियाभर में तेजी से फैल रहा डेल्टा वेरिएंट, बीते सप्ताह 15 नए देशों में मिला
क्या है खबर?
सबसे पहले महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में मिला कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट अब तक 100 से अधिक देशों में फैल चुका है।
इसकी रफ्तार को देखते हुए लग रहा है कि यह जल्द ही दुनिया में सबसे प्रमुखता से फैलने वाला वेरिएंट बन सकता है।
बीते सप्ताह ही दुनिया के 15 देशों में पहली बार इसके मामले सामने आए हैं और इसके तेज होते प्रसार ने वैश्विक स्तर पर महामारी की रफ्तार बढ़ा दी है।
कोरोना संकट
हर क्षेत्र में देखा जा रहा डेल्टा का प्रसार- WHO
बीते सप्ताह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेताया था कि दुनिया के हर क्षेत्र में डेल्टा वेरिएंट का प्रसार देखा जा रहा है।
संगठन ने कहा था कि डेल्टा वेरिएंट के कारण बढ़ी संक्रामकता से कोरोना के मामलों में इजाफा होगा और स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ बढ़ेगा। कम वैक्सीन कवरेज वाले क्षेत्रों में इसका ज्यादा खतरा है।
अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और इंडोनेशिया जैसे देशों में डेल्टा वेरिएंट के कारण हालात फिर से खराब होने लगे हैं।
डेल्टा का प्रसार
111 देशों में पाया जा चुका है डेल्टा वेरिएंट
WHO के अनुसार, डेल्टा वेरिएंट अब तक 111 देशों में पाया जा चुका है।
सबसे पहले इंग्लैंड में मिला अल्फा वेरिएंट 178, दक्षिण अफ्रीका में मिला बीटा वेरिएंट 123 और गामा वेरिएंट 75 देशों में फैल चुका है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इन चारों को 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' माना है और इनमें से डेल्टा सबसे अधिक संक्रामक है।
ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि यह जल्द ही सबसे ज्यादा फैलने वाला वेरिएंट बन सकता है।
कोरोना वायरस
जुलाई के दूसरे सप्ताह में 15 नए देशों में मिला डेल्टा
अध्ययनों में सामने आया है कि डेल्टा वेरिएंट अल्फा की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक संक्रामक है, जो महामारी की शुरुआत में पाए गए वेरिएंट से दोगुना अधिक संक्रामक है। सिर्फ जुलाई के दूसरे सप्ताह में डेल्टा वेरिएंट 15 नए देशों में अपने पैर पसार चुका है।
याद दिला दें कि डेल्टा वेरिएंट के कारण भारत में अप्रैल-मई में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आई थी, जिस दौरान देश ने भारी तबाही देखी थी।
कोरोना संकट
डेल्टा के कारण कहां-कहां बढ़ रहे मामले?
भारत जब दूसरी लहर के पीक पर पहुंच चुका था, उस समय दूसरे देशों में मामले बढ़ने शुरू हो गए।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से ब्राजील, यूनाइटेड किंगडम और इंडोनेशिया आदि देशों में दैनिक मामलों की संख्या भारत से ज्यादा रह रही है।
लैम्ब्डा वेरिएंट का सामना कर रहे अर्जेंटीना और कोलंबिया आदि को छोड़ दें तो लैटिन अमेरिका के कई और देशों में डेल्टा वेरिएंट कहर बरपा रहा है।
वैश्विक स्तर
फिर रफ्तार पकड़ रही महामारी
जून के अंतिम सप्ताह में महामारी की रफ्तार धीमी हुई थी, जब वैश्विक स्तर पर दैनिक मामलों की संख्या तीन लाख के करीब आ गई थी, लेकिन जुलाई से फिर संक्रमण ने गति पकड़ ली।
इन दिनों रोजाना पांच लाख से अधिक लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं। यूनाइटेड किंगडम, रूस, इंडोनेशिया, अमेरिका और ईरान जैसे देशों का इनमें सबसे ज्यादा योगदान है।
डेल्टा वेरिएंट के कारण इंडोनेशिया में हालात बेहद खराब हो चुके हैं।
जानकारी
प्रभावी साबित हो रही हैं वैक्सीनें
राहत की बात यह है कि कोरोना वायरस वैक्सीनें डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी साबित हो रही हैं। कई मामलों में ये भले ही संक्रमण नहीं रोक पा रही हों, लेकिन अधिकतर लोगों को गंभीर रूप से बीमार होने से बचा रही हैं।
वैश्विक स्थिति
दुनियाभर में क्या है संक्रमण की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 19.14 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 41.18 लाख लोगों की मौत हुई है।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 3.42 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 6.09 लाख लोगों की मौत हुई है। अमेरिका के बाद भारत दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है।
यहां अब तक 3.12 करोड़ लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 4.18 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।