इजरायली सेना ने लेबनान में संयुक्त राष्ट्र के 'ब्लू लाइन' बेस को निशाना बनाया, 2 घायल
क्या है खबर?
इजरायल की सेना ने गुरुवार को लेबनान के दक्षिण में स्थित संयुक्त राष्ट्र (UN) के 'ब्लू लाइन' बेस को निशाना बनाया, जिसमें 2 शांति सैनिक घायल हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र मिशन ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि नकुरा में UNIFIL मुख्यालय के निरीक्षण टावर पर इजरायली रक्षा बलों (IDF) के मर्कवा टैंक द्वारा दागे गए गोले सीधे गिरने से 2 शांति सैनिक घायल हुए हैं।
सैनिकों को गंभीर चोट नहीं आई है, लेकिन वे अस्पताल में भर्ती हैं।
हमला
इजरायल ने क्या कहा?
इजराइल का कहना है कि उसके सैनिकों ने क्षेत्र में गोलीबारी की क्योंकि हिज्बुल्लाह के आतंकवादी संयुक्त राष्ट्र चौकियों के पास सक्रिय थे।
उसका दावा है कि IDF ने UN बलों को शरण लेने के लिए कहने के बाद UNIFIL बेस के क्षेत्र में गोलीबारी की है।
हमले के बाद इजरायल की व्यापक निंदा शुरू हो गई है। UN शांति सेना में सैनिकों का प्रमुख योगदानकर्ता इटली के साथ अमेरिका, स्पेन, आयरलैंड और इंडोनेशिया ने हमले की निंदा की है।
चिंता
लेबनान में तैनात हैं 10,000 शांति सैनिक
लेबनान में UNIFIL ने दक्षिणी लेबनान में करीब 10,000 शांति सैनिकों को तैनात किया है।
23 सितंबर को IDF और ईरान समर्थित सशस्र समूह हिज्बुल्लाह के बीच लड़ाई बढ़ने के बाद से यह युद्धविराम की मांग कर रहा है।
पिछले सप्ताह IDF ने दावा किया था कि दक्षिण लेबनान में UN के कुछ ठिकानों से हिज्बुल्लाह हमला कर रहा है, जिस पर उसने UN को अपने ठिकाने स्थानांतरित करने की मांग की थी।
शांति मिशन ने मांग ठुकरा दी थी।
निंदा
किस देश ने क्या कहा?
इंडोनेशिया के संयुक्त राष्ट्र राजदूत हरि प्रबोवो ने कहा कि घटना दर्शाती है कि इजराइल ने खुद को अंतरराष्ट्रीय कानून, दंड और शांति के साझा मूल्यों से ऊपर रखा है।
इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो ने कहा कि यह कृत्य युद्ध अपराध की श्रेणी में आ सकता है क्योंकि यह गलती नहीं।
अमेरिका ने हमले पर चिंता जताई और कहा कि इजरायल UN सैनिकों की सुरक्षा को खतरा न पहुंचाए। स्पेन और आयरलैंड के प्रमुखों ने भी निशाना साधा।
संयुक्त राष्ट्र
क्या है संयुक्त राष्ट्र ब्लू लाइन?
संयुक्त राष्ट्र ब्लू लाइन, जिसे ब्लू हेलमेट भी कहते हैं। यह दक्षिणी लेबनान की सीमा और इजरायल की उत्तरी सीमा पर 120 किलोमीटर तक फैली है।
ब्लू लाइन सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1701 का केंद्रीय तत्व है, जिसे 2006 में अपनाया गया, इसका उद्देश्य हिज्बुल्लाह और इजरायल के बीच शत्रुता समाप्त करना है।
ब्लू लाइन कोई सीमा नहीं बल्कि अस्थायी वापसी रेखा है। अगर लेबनान या इजरायल ब्लू लाइन पर कोई गतिविधि करते हैं तो UNIFIL अग्रिम सूचना मांगता है।