लीबिया में बाढ़: मरने वालों का आंकड़ा 5,300 हुआ, 10,000 लोग अभी भी लापता
क्या है खबर?
उत्तरी अफ्रीकी देश लीबिया में बाढ़ की वजह से मरने और प्रभावित होने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।
रेड क्रॉस के मुताबिक, बाढ़ की वजह से अब तक 5,300 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 10,000 लोग अभी भी लापता हैं। इस वजह से आशंका जताई जा रही है कि मृतकों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।
बाढ़ से पूर्वी इलाके में स्थित डर्ना शहर पूरी तरह बर्बाद हो गया है।
तूफान
तूफान 'डेनियल' ने मचाई तबाही
लीबिया में रविवार को भीषण तूफान 'डेनियल' आया था। इस वजह से डर्ना शहर में 2 बांध और 4 पुल ढह गए, जिससे शहर का अधिकांश हिस्सा जलमग्न हो गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शहर से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित एक ऊपरी बांध पहले टूटा और उसका पानी एक दूसरे बांध की ओर बहने लगा। तेज बहाव के चलते दोनों बांध टूट गए और अंतत: पूरा डर्ना शहर बाढ़ की चपेट में आ गया।
राहत कार्य
राहत और बचाव कार्य जारी
बाढ़ के बाद अब टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। डर्ना में जाने वाले सभी प्रमुख रास्ते बंद हैं, इस वजह से बचाव दलों का काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बिजली घर और मोबाइल टॉवर काम नहीं कर रहे हैं और लोगों के पास साफ पानी और खाने की किल्लत है। डर्ना का करीब 25 प्रतिशत हिस्सा पूरी तरह तबाह हो गया है और यहां लोगों को सामूहिक कब्रों में दफन किया जा रहा है।
अस्पताल
अस्पतालों में लाश रखने के लिए जगह नहीं
आपातकालीन और एंबुलेंस सेवा के प्रवक्ता ओसामा अली के अनुसार, शहर में अस्पताल अब काम नहीं कर रहे हैं और मुर्दाघरों में भारी भीड़ है।
BBC से बात करते हुए एक बचावकर्ता कासिम अल-कतानी ने कहा, "मृत व्यक्तियों को मुर्दाघरों के बाहर फुटपाथ पर रखना पड़ रहा है। डर्ना के एकमात्र अस्पताल में अब और मरीजों के लिए जगह नहीं है, क्योंकि अस्पताल में 700 से अधिक शव पहले से पड़े हुए हैं। यह उतना बड़ा नहीं है"।
मदद
कई देशों ने भेजी मदद
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तुर्की, अल्जीरिया, मिस्र, इटली, कतर, फ्रांस और ट्यूनीशिया ने या तो लीबिया में मदद भेजी है या मदद भेजने की पेशकश की है। फ्रांस ने एक फील्ड अस्पताल भेजा है और तुर्की के बचाव दल भी लीबिया पहुंच गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, संयुक्त राष्ट्र (UN) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस समेत कई प्रमुख लोगों ने मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
गद्दाफी
न्यूजबाइट्स प्लस
2011 में कर्नल मुअम्मर गद्दाफी को अपदस्थ कर हत्या किए जाने के बाद से लीबिया भारी राजनीतिक उथल-पुथल से गुजर रहा है। पिछले कई सालों से यहां गृह युद्ध जैसी स्थिति है।
वर्तमान में यहां 2 सरकारें एक साथ शासन कर रही हैं। एक सरकार राजधानी त्रिपोली से संचालित हो रही है, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मान्यता मिली हुई है। एक अन्य सरकार लीबिया के पूर्व में चल रही है।